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MP Election 2018: यहां कोई भी प्रधानमंत्री नहीं जिता पाए अपना उम्मीदवार

Madhya Pradesh Elections 2018: अटलजी ने कहा था- जूता पुराना हो जाए तो बदल देना चाहिए, लोगों ने कांग्रेस को जितवा दिया।

By Prashant PandeyEdited By: Published: Mon, 19 Nov 2018 11:44 AM (IST)Updated: Mon, 19 Nov 2018 11:45 AM (IST)
MP Election 2018: यहां कोई भी प्रधानमंत्री नहीं जिता पाए अपना उम्मीदवार

मंदसौर, आलोक शर्मा। अविभाजित मंदसौर जिला जनसंघ के समय से ही भाजपा का गढ़ रहा है। यहां से भाजपा के अनेक बड़े नेता प्रदेश और राष्ट्रीय स्तर पर तक पहुंचे। लेकिन इसी जिले में एक मिथक यह भी बन गया है कि जो भी प्रधानमंत्री यहां अपनी पार्टी के चुनाव प्रचार के लिए आए, लोगों ने परिणाम ठीक उलट दिया। 1989 के लोकसभा चुनाव में यहां कांग्रेस के उम्मीदवार तत्कालीन सांसद बालकवि बैरागी थे और भाजपा से डॉ. लक्ष्मीनारायण पांडेय। राजीव गांधी क्रीड़ा परिसर में पूरे संसदीय क्षेत्र की चुनावी सभा हुई।

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इसमें तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी अपनी पत्नी सोनिया गांधी के साथ आए थे। गांधी को प्रधानमंत्री बने चार साल ही हुए थे और जनता उन्हें देखने और सुनने के लिए उमड़ी भी थी। उस समय कॉलेज मैदान में लगभग एक लाख लोग इकट्ठा हुए थे। भारी भीड़ देखकर कांग्रेस के तत्कालीन पदाधिकारी व नेता भी खुश और जीत के प्रति आश्वस्थ थे। लेकिन जब मतदान हुआ और परिणाम आए तो वह बिलकुल आशा के विपरीत रहे। बैरागी चुनाव हार गए और डॉ. पांडेय जीतकर दिल्ली पहुंच गए।

अटलजी ने कहा था- जूता पुराना हो जाए तो बदल देना चाहिए, लोगों ने कांग्रेस को जितवा दिया

वर्ष 1998 के विस चुनाव में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी मंदसौर में सभा लेने आए। 1993 में मंदसौरनीमच जिले की सात सीटों में से चार कांग्रेस के पास थी और तीन भाजपा के पास। मप्र में कांग्रेस की सरकार थी। मंदसौर में सातों सीटों में उतरे भाजपा प्रत्याशियों के लिए वाजपेयी की सभा मंदसौर में हुई। यहां भी अनुमानित एक लाख लोग पहुंचे थे। संबोधित करते हुए अटलजी ने कहा कि जूता पुराना हो जाए तो बदल देना चाहिए। भाजपा प्रत्याशियों को भी उम्मीद थी कि यह सभा काम कर जाएगी, पर हुआ इसका उलटा ही। मंदसौर-नीमच जिले की सातों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार जीत गए।

जब पीएम नहीं थे तब आए तो कुछ और निकले परिणाम...

इंदिरा गांधी भी एक बार मंदसौर में चुनाव प्रचार के लिए आ चुकी हैं, पर तब वे प्रधानमंत्री नहीं थीं। उस समय रात के दो बजे भी उन्हें सुनने के लिए वर्तमान नेहरू बस स्टैंड के पास भारी भीड़ जमा हुई थी। तब जनता ने उनकी बात सुनी और अविभाजित मंदसौर जिले की सातों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस को जीत दिलवा दी। इसी तरह 2013 के विस चुनाव में भी गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी मंदसौर में सभा करने आए थे। मतदान के बाद जो परिणाम आए तो सात में से छह सीट पर भाजपा जीती थी। एकमात्र सुवासरा सीट पर कांग्रेस के हरदीपसिंह डंग ने जीत दर्ज की थी।

अब 24 को आएंगे प्रधानमंत्री

मोदी इस बार विधानसभा चुनाव में मंदसौर, नीमच व रतलाम की 12 विधानसभा के प्रत्याशियों के समर्थन में सभा लेने 24 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदसौर आ रहे हैं। वे राजीव गांधी क्रीड़ा परिसर में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे।  


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