चीन के डिप्लोमा को लेकर ट्रोल हुए भाजपा नेता बग्गा, सोशल मीडिया में लोगों ने पूछे मजेदार सवाल
तेजिंदर पाल सिंह बग्गा ने हलफनामे में अपनी सभी जानकारियां दी हैं जिसमें यह भी है कि उन्होंने चीन की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी से 2017 में उन्होंने नेशनल डेवलेपमेंट कोर्स किया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव जितना जमीन पर लड़ा जा रहा है, उससे कहीं ज्यादा पार्टियां सोशल मीडिया पर ताकत झोके हुए हैं। शायद यही कारण है कि पार्टियां प्रतिद्वंद्वी दलों के प्रत्याशियों को ट्रोल करने में जुट गई हैं। इसकी एक बानगी गुरुवार को देखने को मिली। भाजपा प्रवक्ता तेजिंदर पाल सिंह बग्गा से संबंधी हैशटैग अचानक ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा। हैशटैग बग्गा समेत बग्गा जीतेगा, बग्गा हारेगा, बग्गा फॉर हरिनगर सरीखे हैशटैग से समर्थन व विरोध में जमकर ट्वीट किए गए। दरअसल, बग्गा चीन से किए गए एक डिप्लोमा कोर्स के चलते ट्रोलर के निशाने पर थे।
बग्गा ने हलफनामे में अपनी सभी जानकारियां दी हैं। इनमें उन पर किए गए सभी केस, उनकी पढ़ाई से जुड़ी जानकारी भी है। इसमें उन्होंने बताया है कि चीन की नेशनल डिफेंस यूनिवर्सिटी से 2017 में उन्होंने नेशनल डेवलेपमेंट कोर्स किया है। यह यूनिवर्सिटी ताइवान में मौजूद है। इस कोर्स में राष्ट्रीय विकास, पॉलिसी स्टडी, फॉरेन पॉलिसी समेत अन्य चीजों को लेकर पढ़ाया जाता है।
ट्रोलर्स के निशाने पर आए बग्गा
इस दस्तावेज की फोटो ट्विटर पर अपलोड होने भर की देरी थी और उधर बग्गा ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए। एक के बाद एक कई ट्वीट किए गए। इनमें लोगों ने तंज कसा कि दिवाली के मौके पर चीन के सामान का विरोध करने वाले वहीं से पढ़ाई किए हैं।
हालांकि, बग्गा ने सफाई में मीडिया से कहा कि मुझे नहीं पता कि मेरे डिप्लोमा पर सवाल उठाने वाले लोग खुद साक्षर हैं या नहीं। वे चीन और ताइवान के बीच अंतर नहीं कर सकते हैं, जो हमेशा एक-दूसरे के खिलाफ होते हैं। यह एक महीने का कोर्स था। मुझे ताइवान सरकार से नामांकन के लिए निमंत्रण मिला था। मैं कोर्स पूरा करने के लिए दिसंबर 2017 में एक महीने के लिए वहां रहा।
इस कोर्स के अलावा तेजिंदर बग्गा ने एक और कोर्स का जिक्र किया है। उन्होंने बताया है कि वह नई दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिवर्सिटी से बैचलर प्रीपेटरी प्रोग्राम कर रहे हैं। इग्नू की वेबसाइट के मुताबिक, यह कोर्स उन छात्रों को ऑफर किया जाता है, जो बैचलर करना चाहते हैं, लेकिन 10+2 पास आउट नहीं हैं।