CG Election 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में अंतर्कलह, प्रभारी-सचिव पर पैसे लेने का आरोप
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में अंतर्कलह तेज हो गई है। टिकट कटने से नाराज पूर्व विधायकों का गुस्सा फूट पड़ा है। बृहस्पत सिंह के बाद अब मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक व कांग्रेस नेता डॉ. विनय जायसवाल ने पार्टी प्रभारी सचिव पर भी टिकट के एवज में पैसों का लेनदेन करने के गंभीर आरोप लगाए हैं।
राज्य ब्यूरो, रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद कांग्रेस में अंतर्कलह तेज हो गई है। टिकट कटने से नाराज पूर्व विधायकों का गुस्सा फूट पड़ा है। रामानुजगंज से कांग्रेस के पूर्व विधायक बृहस्पत सिंह की पार्टी विरोधी बयानबाजी पर कांग्रेस ने संज्ञान लिया है। उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
कांग्रेस ने नोटिस जारी कर मांगा जवाब
पार्टी के प्रभारी महामंत्री मलकीत सिंह गैदू ने उन्हें नोटिस जारी करते हुए तीन दिन के भीतर जवाब मांगा है। बृहस्पत ने आठ दिसंबर को रायपुर में निर्वतमान उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव, प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा को हार का जिम्मेदार बताते हुए विवादास्पद टिप्पणी की थी। उन्होंने सैलजा पर प्रभावशाली नेताओं के हाथों बिकने का आरोप लगाया था।
आदिवासी विधायकों को हराने के लिए पार्टी के नेताओं ने रचा था षड़यंत्रः केरकेट्टा
बृहस्पत सिंह के बाद अब मनेंद्रगढ़ के पूर्व विधायक व कांग्रेस नेता डॉ. विनय जायसवाल ने पार्टी प्रभारी सचिव पर भी टिकट के एवज में पैसों का लेनदेन करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस से टिकट कटने से नाराज पाली तानाखार से पूर्व विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने नेताओं पर बड़ा आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि आदिवासी विधायकों को हराने का पार्टी के ही कुछ नेताओं ने षड़यंत्र रचा। कांग्रेस ने 22 मौजूदा विधायकों का टिकट काटा, यही हार की बड़ी वजह है।
भूपेश बोले-जानकारी नहीं, महंत ने कहा- कार्रवाई हो
पूर्व विधायकों के आरोपों पर निवर्तमान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि किसने क्या कहा है, इसकी मुझे जानकारी नहीं है। वहीं, सक्ती विधायक चरणदास महंत ने सैलजा और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ बयानबाजी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जरूरत बताई है।
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने क्या कहा?
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार किसी भी सूरत-ए-हाल में बननी थी, लेकिन कई कारणों से हम चुनाव हार गए। विधानसभा चुनाव में मिली हर की समीक्षा जारी है, लेकिन बृहस्पत सिंह और विनय जायसवाल का दर्द भी छलक रहा है। पार्टी के नेताओं को पार्टी फोरम में बात रखनी चाहिए। हमें संगठन को पहले की तरह मजबूत करने की जरूरत है। इसके पहले पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने हार का कारण बताते हुए आरोप लगाया था कि पार्टी की शक्ति कुछ हाथों तक ही सीमित रही।
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चंदन यादव ने सात लाख रुपये लिए: डा. विनय जायसवाल
कांग्रेस के पूर्व विधायक डा. विनय जायसवाल ने शनिवार को रायपुर में मीडिया से चर्चा में आरोप लगाया कि कांग्रेस के प्रभारी सचिव चंदन यादव ने मुझसे टिकट के एवज में सात लाख रुपये लिए। टीएस सिंहदेव पर निशाना साधते हुए उन्होंने राज दरबारियों को टिकट देने का आरोप लगाया और कहा कि रमेश सिंह और जतिन जायसवाल सब राज दरबारी हैं। भाजपा और आरएसएस के साथ मिलकर साजिश रची गई। फर्जी सर्वे रिपोर्ट तैयार की गई। मैंने ये जानकारी पार्टी के शीर्ष नेताओं को भी दी है।
मैं हाईकमान के पास दिल्ली जा रहा हूं। अपने बयान के समर्थन में मेरे पास पुख्ता सुबूत हैं। एक-एक शब्द सही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलूंगा, राहुल गांधी, सोनिया गांधी को सुबूत सौंपूंगा। जिसने गलत किया, उसको नोटिस दिए होते तो सरकार नहीं जाती। गलत को गलत कहने पर नोटिस दिया गया है। मैं इस तरह के गीदड़ भभकी से डरने वाला नहीं हूं। पार्टी से बाहर निकालने की धमकी से नहीं डरूंगा। जो सच है, वही कहूंगा। प्रदेश प्रभारी इसके लिए जिम्मेदार हैं। पीसीसी एक साल पहले इतनी सजग होती तो आज हमारी सरकार होती। चरणदास महंत को कुर्सी की लालसा है। प्रभारी को पटा कर रखेंगे तो शायद नेता प्रतिपक्ष बन जाएंगे। इसलिए वह सैलजा के पक्ष में बयान दे रहे हैं।- बृहस्पत सिंह