राज्य या उसकी राजधानी का नाम बदलना कोई आश्चर्य की बात नहीं है। कलकत्ता का नाम बदल कर कोलकाता हो जाने के बाद पश्चिम बंगाल का नाम बदलने की कोशिश समय-समय पर हुई है, लेकिन इस दिशा में सबसे गंभीर प्रयास मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तब किया जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में 2106 में हुई अंतरराज्यीय परिषद की बैठक हुई और उसमें वक्तव्य रखने के लिए ममता को 6 घंटा इंतजार करना पड़ा। राज्य का नाम डब्ल्यू अक्षर से शुरू होने के कारण मुख्यमंत्री को इतना इंतजार करना पड़ा। इसके बाद ही ममता ने राज्य का नाम बदलने का निर्णय किया। उन्होंने पिछले वर्ष अगस्त माह में विधानसभा का सत्र बुलाया और राज्य का नाम बदल कर उसे बांग्ला करने का प्रस्ताव पारित कर अनुमोदन के लिए केंद्र के पास भेज दिया। अब विदेश मंत्रालय ने पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ कूटनीतिक समस्या का हवाला देते हुए पश्चिम बंगाल का नाम बदल कर बांग्ला करने के प्रस्ताव पर आपत्ति जताई है। विदेश मंत्रालय ने एक तरह से राज्य का नाम बांग्ला करने के प्रस्ताव को नामंजूर कर दिया है। विदेश मंत्रालय ने राज्य सचिवालय नवान्न और केंद्रीय गृह मंत्रालय को लिखित रूप से बताया है कि पश्चिम बंगाल का नाम बदल कर बांग्ला करने पर पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ कुछ भ्रांतियां पैदा हो सकती है।
दरअसल, विपक्षी दलों के असहमति जताने के बावजूद मुख्यमंत्री ने जिस तरह बहुमत के आधार पर राज्य का नाम बदल कर बांग्ला करने का प्रस्ताव पारित करा लिया उसमें तकनीकी दिक्कतें पैदा होने की आशंका थी। पश्चिम बंगाल का नाम बांग्ला भाषा में बांग्ला, अंग्रेजी में बेंगाल और ङ्क्षहदी में बंगाल करने का प्रस्ताव पारित हुआ। हालांकि विपक्षी दलों ने सभी भाषा में राज्य का एक ही नाम बांग्ला करने का प्रस्ताव दिया था लेकिन उसे नहीं माना गया। मुख्यमंत्री ने राज्य का नाम बदलने के लिए तर्क दिया कि बांग्ला ही सटीक नाम है। इसमें बंगाल की साहित्य और संस्कृति की व्यापक झलक मिलती है।
लेकिन ममता का तर्क अपनी जगह सही नहीं था। एक ही नाम का अलग-अलग भाषा में अलग उच्चारण हो तो उसपर सवाल उठना लाजिमी है। खास कर किसी देश के साथ राज्य के नाम में समानता हो तो उसपर औपचारिक मुहर लगनी और मुश्किल हो जाती है।
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(हाईलाइटर::: विदेश मंत्रालय ने राज्य सचिवालय नवान्न और केंद्रीय गृह मंत्रालय को लिखित रूप से बताया है कि पश्चिम बंगाल का नाम बदल कर बांग्ला करने पर पड़ोसी देश बांग्लादेश के साथ कुछ मुद्दों पर भ्रांति पैदा हो सकती है।)

[ स्थानीय संपादकीय : पश्चिम बंगाल ]