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अजब बेटिकट यात्री का गजब जवाब, कहा- जाओ पहले माल्या को पकड़ो

मुंबई में ट्रेन में टिकट चेक कर रहे अधिकारी उस वक्त हैरान रह गए, जब बेटिकट महिला यात्रा ने यह कहते हुए जुर्माना भरने से इनकार कर दिया कि सरकार 9000 करोड़ का चूना लगाकर भागने वाले माल्या को तो पकड़ नहीं पा रही है और गरीब लोगों को परेशान

By JP YadavEdited By: Published: Tue, 22 Mar 2016 11:45 AM (IST)Updated: Wed, 23 Mar 2016 07:36 AM (IST)
अजब बेटिकट यात्री का गजब जवाब, कहा- जाओ पहले माल्या को पकड़ो

नई दिल्ली। किंगफिशर एयरलाइंस के मालिक विजय माल्या के देश से फरार होने को लेकर वर्चुअल वर्ल्ड में कई तरह के जोक्स और व्यंग्य वायरल हो रहे हैं, लेकिन मुंबई में रविवार को जो हुआ उसने इन सबको पीछे छोड़ दिया।

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टीटीई भी हैरान-परेशान

ट्रेन में टिकट चेक कर रहे अधिकारी उस वक्त हैरान रह गए, जब बेटिकट महिला यात्रा ने यह कहते हुए जुर्माना भरने से इनकार कर दिया कि सरकार 9000 करोड़ का चूना लगाकर भागने वाले माल्या को तो पकड़ नहीं पा रही है और गरीब लोगों को परेशान किया जा रहा है।

महिला अमीर,पति व्यवसायी

प्रेमलता भंसाली नाम की इस महिला का कहना है कि वह गरीबों की लड़ाई लड़ रहीं हैं। हालांकि यह जरूर है कि वह खुद गरीब नहीं हैं। 44 वर्षीय प्रेमलता दो बच्चों की मां हैं और साउथ मुंबई के भुलेश्वर में एक शानदार फ्लैट में रहती हैं, जिसकी कीमत 5 से 7 करोड़ तक है। उनके पति व्यवसायी हैं।

कीमत मात्र 10 रुपये फिर भी नहीं लिया टिकट

बताया जा रहा है कि रविवार को महिला ऐल्फिंस्टन स्टेशन से वापस घर आ रहीं थीं। इसी बीच महालक्ष्मी स्टेशन के नजदीक टीटीई ने उनसे टिकट दिखाने के लिए कहा। प्रेमलता ने टिकट नहीं खरीदा था, हालांकि जिसकी कीमत मात्र 10 रुपये है। उनसे जब इसके लिए 260 रुपये का जुर्माना भरने के लिए कहा गया, तो उन्होंने जुर्माना भरने से इनकार करते हुए स्टेशन मास्टर के पास ले जाने के लिए कहा।

माल्या के बहाने कसा तंज

महालक्ष्मी स्टेशन मास्टर के कार्यालय पहुंचकर उन्होंने जुर्माना न भरने का जो तर्क दिया, उससे सभी हैरान रह गए। प्रेमलता ने कहा कि 9000 करोड़ रुपयों के कर्जदार माल्या देश छोड़कर चले गए, लेकिन उनसे तो एक रुपये भी वसूल नहीं कर सके और मात्र 10 रुपये का टिकट नहीं खरीदने पर गरीबों से भारी जुर्माना वसूला जा रहा है।

महिला बनना चाहती है अन्ना हजारे की तरह

दिलचस्प बात तो यह है कि अपनी बात को लेकर रेलवे अधिकारियों के साथ बहस में उन्होंने 12 घंटे खर्च कर दिए। उन्होंने कहा कि उन्हें जेल भेज दिया जाए, ताकि वह अन्ना हजारे की तरह अपना विरोध दर्ज करा सकें या कोर्ट के सामने पेश किए जाने पर वह अपनी बात रख सकें।

महिला नहीं थी बात सुनने को तैयार

रेल अधिकारियों का कहना है कि उन्हें समझाने की काफी कोशिश की गई, लेकिन वह मानने को तैयार ही नहीं हुईं। सीनियर डिविजनल सिक्यॉरिटी कमिश्नर आनंद विजय झा ने कहा कि वह अपने परिवार का कॉन्टैक्ट डिटेल भी देने के लिए तैयार नहीं थीं और जेल भेजने की मांग कर रहीं थीं। वह यही रट लगाए हुए थीं कि माल्या देश छोड़कर चले गए, लेकिन उन्हें नहीं पकड़ा गया।

पति की बात मानने से भी किया इन्कार

आखिरकार उनके पति रमेश भंसाली को बुलाया गया, लेकिन प्रेमलता ने यह कहते हुए उनकी बात सुनने से इन्कार कर दिया कि वह अपना फैसला खुद ले सकती हैं। हालांकि उन्हें रविवार की देर रात घर जाने दिया गया, लेकिन केस की सुनवाई के लिए उन्हें आज बुलाया गया है।


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