मूनक नहर से कम छोड़ा गया पानी, दो दिन पेयजल किल्लत से जूझी राजधानी
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : हरियाणा की मूनक नहर से कम पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली के कई इलाकों मे
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : हरियाणा की मूनक नहर से कम पानी छोड़े जाने के कारण दिल्ली के कई इलाकों में लोगों को दो दिनों तक पेयजल किल्लत का सामना करना पड़ा। मानसून के दिनों में पहले कभी ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं हुई थी। हरियाणा से कच्ची व पक्की मूनक नहर के जरिये करीब 570 एमजीडी (मिलियन गैलन प्रतिदिन) पानी दिल्ली आता है। इसे हैदरपुर, वजीराबाद सहित सात जल शोधन संयंत्रों से शोधित कर दिल्ली के विभिन्न इलाकों में पेयजल आपूर्ति की जाती है। जल बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि हरियाणा से बिना किसी पूर्व सूचना के पानी की आपूर्ति कम कर दी गई थी। इस वजह से जल संयंत्रों में 15 फीसद तक पानी आपूर्ति कम हो गई थी। इस कारण शनिवार को कई इलाकों में पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाई थी। इस बाबत जल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने हरियाणा के सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारियों से बातचीत की थी। इसके बाद हरियाणा से शनिवार मध्य रात्रि में अतिरिक्त पानी छोड़ा गया। इसके बावजूद रविवार की सुबह
डियर पार्क, आरके पुरम, वसंत विहार, कटवरिया सराय, बेर सराय, सफदरजंग डेवलपमेंट एरिया, मुनिरका, जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय, आइआइटी, ग्रीन पार्क, सफदरजंग एंक्लेव, पालम, प्रशांत विहार, रोहिणी, पश्चिम विहार, मीरा बाग, विकासपुरी, जनकपुरी, मंगोलपुरी, लारेंस रोड, पीरागढ़ी, किराड़ी, सागरपुर, नारायणा गांव, दिल्ली कैंट और इसके आसपास के इलाकों में पेयजल आपूर्ति प्रभावित रही। हरियाणा से पानी दिल्ली पहुंचने पर शाम तक पेयजल आपूर्ति सामान्य हो गई है। जल बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि मानसून में पहले कभी ऐसी परेशानी सामने नहीं आई थी। हरियाणा से पानी क्यों रोका गया इसका कोई स्पष्ट कारण पता नहीं चला है। वैसे, हरियाणा के सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग ने बताया है कि तकनीकी कारण से मूनक नहर के पानी का बहाव किसी दूसरी नहर में मोड़ा गया था। इस वजह से दिल्ली में पानी की आपूर्ति कम हो गई थी।
दक्षिणी दिल्ली में भी पेयजल किल्लत
ओखला जल शोधन संयंत्र से पेयजल आपूर्ति कम होने से दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में पानी की किल्लत बढ़ गई है। पिछले दो दिनों से खानपुर और उसके आसपास के इलाकों में सुबह के वक्त मात्र डेढ़ घंटे ही पानी की आपूर्ति हो रही है। जल बोर्ड का कहना है कि तकनीकी गड़बड़ी के कारण पानी आपूर्ति प्रभावित हुई है। पानी उपलब्धता की कमी नहीं है।