पुलिस के सामने भिड़े छात्र, जमकर हुई पत्थरबाजी
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : देशद्रोह के आरोपी व जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र अमर खालिद को
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : देशद्रोह के आरोपी व जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्र अमर खालिद को डीयू के नार्थ कैंपस स्थित रामजस कॉलेज में बुलाने को लेकर वामपंथी छात्र संगठनों व एबीवीपी के बीच हुआ विवाद बढ़ता ही जा रहा है। एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर पुलिस द्वारा कार्रवाई न करने पर बुधवार को वामपंथी छात्र संगठनों ने मार्च निकाला। मार्च जैसे ही कॉलेज से बाहर निकला एबीवीपी कार्यकर्ताओं के साथ उनकी झड़प हो गई। झड़प कई घंटे तक चली, जमकर पत्थरबाजी हुई। स्थिति इतनी भयावह हो गई कि पटेल चेस्ट में दुकानदारों ने डर के मारे दुकानें बंद कर दीं। तीन प्राध्यापक समेत 25 से ज्यादा छात्र गंभीर रूप से घायल हुए हैं। पंद्रह छात्र अभी भी अस्पतालों में हैं। छात्रों के दोनों गुटों ने मौरिस नगर थाने में शिकायत दी है।
रामजस कॉलेज के अंग्रेजी विभाग के शिक्षकों और छात्रों की साहित्यिक समिति ने मंगलवार को जनजाति विषय पर बोलने के लिए उमर खालिद को आमंत्रित किया था, जिसका एबीवीपी ने विरोध किया था। हाथापाई की बात भी सामने आई थी। एबीवीपी कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई न होने पर आइसा, एसएफआइ समेत अन्य वामपंथी छात्र संगठनों ने रामजस कॉलेज से मौरिस नगर थाने तक मार्च निकालने का एलान किया। बुधवार को जैसे ही वामपंथी छात्र कॉलेज से बाहर निकले एबीवीपी कार्यकर्ताओं के साथ उनकी झड़प हो गई। उनके बीच लात-घूंसे चले। एक तरफ आजादी तो दूसरी तरफ भारत माता की जय के नारे लग रहे थे। पुलिस ने बलपूर्वक दोनों पक्षों को शांत कराने की कोशिश की। मानव श्रृंखला बनाकर उन्हें हटाया। वामपंथी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि इसके बाद भी कुछ उपद्रवी छात्र मार्च कर रहे छात्र-छात्राओं पर पत्थर फेंक रहे थे, जिससे बचने के लिए छात्राओं को बैग से चेहरा ढकना पड़ा। मामला शांत कराने में पुलिस को खासी मशक्कत करनी पड़ी।