'जेपी' को MCD ने बना दिया 'मुसद्दी लाल' अब दौड़ रहा ऑफिस-ऑफिस
दिल्ली नगर निगम में आजकल फिल्म 'चला मुसद्दी ऑफिस ऑफिस' का नजारा देखने को मिल रहा है। जिस तरह फिल्म का मुख्य कलाकार मुसद्दी लाल ऑफिस ऑफिस घूमकर अपने जिंदा होने का सबूत तलाश रहा था, वही हाल जयप्रकाश (जेपी) का है।
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम में आजकल फिल्म 'चला मुसद्दी ऑफिस ऑफिस' का नजारा देखने को मिल रहा है। जिस तरह फिल्म का मुख्य कलाकार मुसद्दी लाल ऑफिस ऑफिस घूमकर अपने जिंदा होने का सबूत तलाश रहा था, वही हाल जयप्रकाश (जेपी) का है।
नरेला के बाकनेर का जयप्रकाश (जेपी) खुद को जिंदा साबित करने के लिए जद्दोजहद कर रहा है। इसके लिए नगर निगम कार्यालय से लेकर पुलिस अधिकारियों तक के चक्कर लगा रहा है।
उसका कहना है कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नरेला जोन से मृत घोषित करते हुए प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया। काफी जद्दोजहद के बाद पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है।
जयप्रकाश ने बताया कि कुछ समय पहले उसके परिचित ने बताया कि उसका फर्जी तरीके से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया है। उसने आरोप लगाया कि यह प्रमाण पत्र उसकी दूसरी पत्नी और उसके बेटे ने संपत्ति हड़पने की नियत से बनवाया। इसमें गांव के चार लोगों को भी शामिल किया।
उसे इस बात की जानकारी मिली तो उसने थाने पहुंचकर मामले की शिकायत की। उसे नगर निगम में शिकायत करने के लिए कहां गया। इसके बाद उसने सबसे पहले नगर निगम द्वारा जारी किए गए प्रमाण पत्र और उसमें लगाए गए दस्तावेजों को हासिल किया। उन्होंने इस बारे में नगर निगम के अधिकारियों से भी शिकायत की।
उसने आरोप लगाया कि उन्होंने मामले को टाल दिया। इसके बाद वह कोर्ट की शरण में गया और इस मामले में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस को जांच करने का आग्रह किया।
कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। इस बारे में बाहरी दिल्ली के डीसीपी विक्रमजीत सिंह का कहना है कि हमने मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रहे हैं।