शाहबेरी इमारत हादसाः 9 लोगों की मौत का गुनहगार कौन? 24 में से सिर्फ 5 आरोपी गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी समेत विभिन्न गांवों में अवैध इमारत बनाने वाले बिल्डरों व कालोनाइजरों को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण नोटिस जारी करेगा।
नोएडा (जेएनएन)। 17 जून (मंगलवार) की रात धराशायी छह मंजिला दो इमारतों के मलबे को हटाने का काम शुक्रवार शाम को पूरा हो गया। मलबे को हटाने में एनडीआरएफ के जवानों की मेहनत को सभी ने सराहा। मलबे से शुक्रवार को मृतक का एक पैर, एक मोटरसाइकिल, इन्वर्टर, बैटरी, सिलेंडर, बैग व कुछ अन्य सामान मिला। तीन दिनों के दौरान मलबे से नौ शव निकाले गए। नामजद आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम ने विभिन्न स्थानों पर दबिश दी, लेकिन सफलता नहीं मिली।
शुरू के दो दिनों तक एनडीआरएफ की टीम को उम्मीद थी कि मलबे में दबे लोग जिंदा हो सकते हैं, इस कारण टीम के बाद सावधानी पूर्वक मलबे हटाने का काम किया जा रहा था। बृहस्पतिवार देर रात तक टीम को मलबे में किसी के भी बचे होने की उम्मीद समाप्त हो गई। जिसके बाद काम और तेज किया गया।
बृहस्पतिवार तक मलबा हटाने के लिए दो पोकलेन व चार जेसीबी मशीन लगी थी। शुक्रवार को एक और पोकलेन मशीन लगा दी गई। सुबह लगभग दस बजे बूंदा-बांदी शुरू हो गई। इससे राहत कार्य में व्यवधान की आशंका बढ़ गई। लेकिन कुछ देर में ही बारिश थम गई। मलबा हटाने के दौरान सुबह एक पैर निकला। पैर दो दिन पूर्व मलबे से निकले मोबीन के शव का था। शाम लगभग पांच बजे तक धराशायी इमारत पूरा मलबा हटा दिया गया। एनडीआरएफ की टीम देर शाम वापस लौट गई।
अन्य आरोपित गिरफ्त से बाहर
मामले में पुलिस ने 24 नामजद सहित अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। दो दिन की दबिश के बाद पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीम ने विभिन्न स्थानों पर दबिश दी। लेकिन पुलिस के हाथ सफलता नहीं लगी।
68 घंटे चला राहत व बचाव कार्य
शाहबेरी गांव में मंगलवार रात लगभग साढ़े नौ बजे छह-छह मंजिल की दो इमारतें धराशायी हुई थीं। इमारत गिरने की सूचना मिलने के बाद से पुलिस-प्रशासन के हाथ पांव फूल गए थे। कुछ देर बाद ही मौके पर पहुंचकर पुलिस, प्रशासन व प्राधिकरण की टीम ने बचाव अभियान शुरू कर दिया था। साथ ही एनडीआरएफ की टीम को भी घटना की सूचना भेज दी गई थी। कुछ घंटे बाद मौके पर एनडीआरएफ की टीम भी पहुंच गई। टीम के सदस्यों ने लगातार 68 घंटे तक अभियान चलाया। बचाव के दौरान जिला प्रशासन, पुलिस और ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी भी मौके पर जमे रहे। जिलाधिकारी घटना के तुंरत बाद मौके पर पहुंच गए थे। कमिश्नर मेरठ अनीता मेश्रम, एडीजी प्रशांत कुमार, आइजी रामकुमार, एसएसपी डा. अजयपाल शर्मा भी कई बार मौके पर पहुंचे।
अधिकारियों ने किया निरीक्षण
घटनास्थल पर मुआयने के लिए शुक्रवार को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की टीम पहुंची। टीम ने सुरक्षा, मलबा हटाने के काम की तेजी के साथ ही आस-पास हो रहे निर्माण कार्यों का भी जायजा लिया।
अवैध इमारत बनाने वालों को भेजे जाएंगे नोटिस
ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी समेत विभिन्न गांवों में अवैध इमारत बनाने वाले बिल्डरों व कालोनाइजरों को ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण नोटिस जारी करेगा। नोटिस देने की कार्रवाई एक दो दिन में शुरू हो जाएगी। इसकी तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है। हालांकि प्राधिकरण के लिए बिल्डरों व कालोनाइजरों को तलाशना टेढ़ी खीर होगा। शाहबेरी में अवैध इमारत बनाने का गोरखधंधा पिछले आठ वर्ष से चल रहा है।
आशीष श्रीवास्तव (एसपी देहात) का कहना है कि मलबा हटाने का काम पूरा हो गया है। तीन दिनों में मलबे से नौ शव निकाले गए। मामले में पांच आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम दबिश दे रही है।