'साहस भरा फैसला था नोटबंदी, कश्मीर में पत्थरबाजी पर लगी लगाम'
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नोटबंदी का फैसला साहस भरा था इससे देश में ईमानदारी और पारदर्शिता आई है। इससे माओवादी हिंसा और कश्मीर में पत्थरबाजी में कमी आई है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। नोटबंदी का फैसला एक साहस भरा फैसला था। इससे कश्मीर में पत्थरबाजी में काफी कमी आई है। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद डीयू के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स में नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में छात्रों को संबोधित कर रहे थे।
कश्मीर में पत्थरबाजी में कमी आई
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री का यह फैसला साहस भरा था इससे देश में ईमानदारी और पारदर्शिता आई है। इससे माओवादी हिंसा और कश्मीर में पत्थरबाजी में कमी आई है। यही नहीं इससे मानव तस्करी में भी काफी कमी आई है। पाकिस्तान से 500 और 1000 के जाली नोट का प्रवाह बंद हुआ है।
15 लाख करोड़ रुपये बैक में जमा हुए
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लगभग 15 लाख करोड़ रुपये बैक में जमा हुए हैं, लेकिन उसे सफेद धन नहीं बनाया जा सकता। जो धन बैंक में जमा हुए हैं जमा करने वालों को उसका स्रोत भी बताना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने ऐसी 2 लाख कंपनियों को चिह्नित किया है जो फर्जी पाई गई हैं इसलिए उनका रजिस्ट्रेशन कैंसल किया गया है।
देशहित में लिया गया ऐतिहासिक फैसला
नकद राशि का कोई चेहरा नहीं है कोई पता नहीं है और न ही कोई जवाबदेही तय होती है, लेकिन नोटबंदी ने अब धन रखने वालों की जवाबदेही तय की है। कार्यक्रम में भाजपा के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि नोटबंदी का फैसला देशहित को ध्यान में रखकर लिया गया ऐतिहासिक फैसला था।
भारत की अर्थव्यस्था मजबूत होगी
कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि यह कार्यक्रम विलाशाला के तहत आयोजित किया गया था। विलाशाला के तहत हम लोगों को डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहित करते हैं और बताते हैं। आने वाले समय में भारत की अर्थव्यस्था को यह कदम मजबूती देगा।
यह भी पढ़ें: केजरीवाल ने पंजाब व हरियाणा के सीएम को लिखा पत्र, बोले- 'गैस चैंबर' बन गई है दिल्ली
यह भी पढ़ें: जीएसटी में सिर्फ 12 फीसदी का हो एक स्लैब: केजरीवाल