भाजपा सांसद मनोज तिवारी के घर पर हमले में अब तक सात लोग गिरफ्तार
दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और दिल्ली के सांसद मनोज तिवारी पर हमले को लेकर दिल्ली पुलिस ने पांच और लोगों को गिरफ्तार कर दिया।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी पर हमले को लेकर दिल्ली पुलिस ने पांच और लोगों को गिरफ्तार कर दिया। अब कुल गिरफ्तार लोगों की संख्या सात हो गई है। यहां पर बता दें कि दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी के 159 नॉर्थ एवेन्यू स्थित सरकारी आवास में घुसकर रविवार मध्य रात्रि दो युवकों ने हंगामा किया और उनके तीन कर्मचारियों के साथ मारपीट की थी। घटना रविवार देर रात तकरीबन डेढ़ बजे की थी।
हालांकि, उस समय तिवारी घर पर नहीं थे। पुलिस का कहना है कि शुरुआत में गिरफ्तार दोनों आरोपी जय कुमार व जसवंत सांसद आवास के करीब स्थित प्रेसिडेंट एस्टेट के कुक जगदीश के भाई हैं। उनकी वैगनआर कार को मनोज तिवारी की स्कार्पियो चला रहे चालक ने टक्कर मार दी थी। इससे गुस्साए युवक उनके आवास तक झगड़ा करने पहुंच गए थे। नॉर्थ एवेन्यू पुलिस ने दोनों को कल सुबह ही गिरफ्तार कर लिया था। इस कड़ी में पांच और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में अब तक कुल 7 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक, दोनों युवकों जय कुमार और जसवंत का प्राइवेट कैटरिंग का काम है। ये उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ के रहने वाले हैं।
रविवार देर रात करीब 1.20 बजे मनोज तिवारी का चालक मिथुन स्कार्पियो से आवास लौट रहा था। आवास के पास मोड़ पर उसने तेज रफ्तार में स्कार्पियो घुमाई और सामने से आ रही वैगनआर को टक्कर मार दी। इससे वैगनआर पलट गई। उसमें जय अकेला था। हादसे में उसका हाथ फ्रैक्चर हो गया है।
उधर, सांसद का चालक स्कार्पियो लेकर आवास चला गया। जय ने पीसीआर को कॉल कर घटना की सूचना दी। इसके बाद उसने अपने भाई जसवंत को फोन कर बुला लिया।
पुलिस के आने से पहले दोनों भाई मनोज तिवारी के आवास गए और वहां उनके कर्मचारी अभिनव, कुक अशोक व चालक मिथुन के साथ मारपीट कीथी। पुलिस मौके पर पहुंची और युवकों को आवास से बाहर निकाला।
आरोप है कि पुलिस के जाने के बाद दोनों भाई दोबारा सांसद आवास में घुस गए और झगड़ा करने लगे। उसी दौरान मनोज तिवारी भी वहां पहुंचे और पुलिस को फोन कर इसकी जानकारी दी। पुलिस के आने तक सांसद के कर्मचारियों ने दोनों युवकों को दबोचे रखा था।
उधर, जगदीश का आरोप है कि सांसद के कर्मचारियों ने उसके भाइयों के साथ मारपीट की है। घटना की तस्वीरें सांसद आवास के अलावा आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं। मनोज तिवारी ने पुलिस के आला अधिकारियों से कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।
सोमवार सुबह उन्होंने ट्वीट कर घटना की जानकारी दी थी और कहा था कि उनके आवास पर 10 लोगों ने हमला किया। आशंका जताई थी कि हमले में पुलिसकर्मी भी शामिल हो सकते हैं, जबकि पुलिस ने इससे इन्कार किया था।