जानें, सिर्फ 13 साल में 12वीं पास करने वाली 'इंडियाज वंडर गर्ल' के बारे में
जाह्नवी ने नौ वर्ष में विदेशी भाषाओं के लहजे को सीख लिया था। वह आठ भाषाओं के लहजे में न केवल बात कर सकती हैं, बल्कि किसी भी टॉपिक पर धाराप्रवाह बोलने का हुनर रखती है।
गुरुग्राम (जेएनएन)। 13 साल, बारह कक्षाएं, आठ एक्सेंट्स व चार भाषाएं, यह किसी विलक्षण बालक की ही काबिलियत हो सकती है। यह सारी खूबियां हैं जिले की जाह्नवी पंवार में। मात्र 13 वर्ष की उम्र में बारहवीं कक्षा की परीक्षा पास करने वाली जाह्नवी को 'इंडियाज वंडर गर्ल' के नाम से जाना जाता है। वे आठ देशों के लहजे में न केवल बात कर सकती हैं, बल्कि किसी भी टॉपिक पर धाराप्रवाह बोलने का हुनर रखती हैं।
ऐसे हुई शुरुआत
जाह्नवी ने मात्र नौ वर्ष की उम्र में विदेशी भाषाओं के लहजे को सीख लिया था। माता संजना व पिता बृजमोहन ने जब ध्यान दिया तो उन्हें लगा कि उनकी बेटी में अन्य बच्चों के मुकाबले कुछ अलग थी।
न्यूज चैनल्स व इंटरनेट के वीडियो के माध्यम से जाह्नवी ने यह लहजे सीखे हैं। वे लगातार देश विदेश की न्यूज सुनती हैं। आज वे न केवल स्कूलों बल्कि कई कॉलेजों में भी बतौर मोटीवेशनल स्पीकर जाती हैं।
एंकर बनने की चाह
जाह्नवी मशहूर न्यूज चैनल में एंकर बनना चाहती हैं। इसके लिए वे तैयारी भी कर रही हैं। इस सत्र से जाह्नवी एसजीटी विश्वविद्यालय से मास कम्यूनिकेश की पढ़ाई करने जा रही हैं। इसके अलावा उन्होंने कुछ न्यूज चैनल्स पर प्रोग्राम भी दिए हैं। वे विदेशी न्यूज चैनल्स के एंकर्स को भी अपनी धाराप्रवाह बोली से दांतों तले अंगुली दबाने पर मजबूर कर चुकी हैं।
सबसे कम उम्र की आइएलटीएस क्वालीफायर बनने की राह में आइएलटीएस की परीक्षा को पास करके विदेश में पढ़ाई करने के लिए तैयारी कर रही जाह्नवी अगर इस परीक्षा को पास कर लेती हैं तो वे विश्व की सबसे कम उम्र की एसी छात्रा होंगी जो इस परीक्षा को पास करेगा। फिलहाल वे जापानी भाषा सीख रही हैं।