3 वर्षीय बेटी की हत्या के बाद घर जाने से पहले पिता ने क्यों पी शराब, जानें वजह
धीरज तांत्रिक बनकर अमीर होना चाहता था। उसने किसी किताब में पढ़ा था कि बच्चे की बलि देकर तांत्रिक शक्तियां प्राप्त की जा सकती हैं।
फरीदाबाद (जेएनएन)। इसी महीने की 12 जुलाई को फतेहपुर तगा के पास गुरुग्राम नहर में मिले एनआइटी-2 निवासी तीन साल की बच्ची सोनाक्षी के शव की गुत्थी क्राइम ब्रांच डीएलएफ पुलिस ने सुलझा ली है। पिता धीरज ही बेटी का कातिल निकला। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
धीरज की एक बैंक में सफाईकर्मी की नौकरी छूट गई थी। इसके बाद वह तांत्रिक बनकर अमीर होना चाहता था। उसने किसी किताब में पढ़ा था कि बच्चे की बलि देकर तांत्रिक शक्तियां प्राप्त की जा सकती हैं। यही सोचकर अपनी ही बेटी की बलि देने का खतरनाक ख्याल उसके दिमाग में आ गया।
11 जुलाई को वह बेटी को स्कूटी पर लेकर नहर पर पहुंचा। उसने पहले बच्ची का मुंह दबाकर उसे अधमरा कर दिया, इसके बाद उसे नहर में फेंक दिया।
घर आने से पहले उसने बीयर पी, ताकि चेहरे पर किसी तरह की शिकन दिखाई न दे। घर आकर उसने बेटी के बारे में पूछताछ करनी शुरू कर दी।
रात भर वह परिवार के अन्य सदस्यों के साथ बेटी की तलाश करता रहा। सुबह बच्ची का शव फतेहपुर तगा के पास गुरुग्राम नहर में मिल गया।
सीसीटीवी कैमरे से पुलिस को हुआ संदेह
मामले को सुलझाने में क्राइम ब्रांच ने एनआइटी-2 के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो एक कैमरे में पिता धीरज बच्ची को स्कूटी पर लेकर जाता हुआ दिखाई दिया। इससे ही पुलिस को उस पर संदेह हो गया। पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने सच उगल दिया।जा