बिहार में राजनीतिक भूमि तलाशने में जुटी AAP, आज होगा किसान सम्मेलन
फिलहाल किसानों के हितों का मुद्दा उठाकर आप ने साफ कर दिया है कि वह बिहार में जातिवाद की नहीं बल्कि किसान की राजनीति करेगी।
नई दिल्ली [ जेएनएन ]। बिहार में सियासी हलचल के बीच आज आम आदमी पार्टी का 'किसान न्याय सम्मेलन' का अायोजन किया जा रहा है। बिहार की राजधानी पटना में होने वाले आप के इस सम्मेलन के कई राजीनतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। फिलहाल किसानों के हितों का मुद्दा उठाकर आप ने साफ कर दिया है कि वह बिहार में जातिवाद की नहीं बल्कि किसान की राजनीति करेगी।
आप का यह सम्मेलन ऐसे वक्त पर हो रहा है जब बिहार में सियासी पारा गरमाया हुआ है। आज की तारीख में यहां के राजनीतिक हालात एक दम उलट हैं। बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके नीतीश कुमार अब भाजपा की मदद से मुख्यमंत्री पद पर विराजमान हैं। ऐसे में नीतीश-भाजपा का यह नया समीकरण दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप के संयोजक अरविंद केजरीवाल को कितना रास आएगा यह देखना दिलचस्प होगा।
किसानों की खेती के लिए बिना ब्याज के कर्ज मिले, 60 साल से ज़्यादा उम्र वाले किसानों को पेंशन दी जाए!!#आप_बिहार_किसान_सम्मेलन pic.twitter.com/wAFyexVJKb— AAP BIHAR (@bihar_aap) July 29, 2017
कभी अरविंद केजरीवाल के साथ नीतीश कुमार मजबूती से खड़े हुए थे, लेकिन बदले हालात में यह दोस्ती कितना रंग लाएगी यह तो वक्त ही बताएगा। ऐसे में आप का यह किसान सम्मेलन कितना सफल हो पाएगा कि यह भी अहम है।
इस बदले राजनीतिक समीकरण में आज आप नेता बिहार में किसानों के हक की लड़ाई का उद्घोष करने की तैयारी कर रहे हैं। आप की मांग है कि बिहार के किसानों को ब्याज रहित कर्ज की व्यवस्था किया जाए। इसके साथ 60 साल से ज्यादा उम्र वाले किसानों को पेंशन दिया जाए।
आप नेताओं की मांग है कि किसानों की लागत के साथ 50 फीसद लाभ मूल्य दिया जाए। बिहार सरकार को 39 लाख किसानों के हित में कर्ज माफी का निर्णय लेना चाहिए।