बर्ड फ्लू से सुरक्षित है दिल्ली की संजय झील, बरती जा रही पूरी सर्तकता
दिल्ली की संजय झील पर अभी तक बर्ड फ्लू का प्रकोप नहीं दिखा है। यहां की सभी बतख सुरक्षित हैं। इसके लिए यहां के प्रबंधन ने खास इंतजाम कर रखा है।
दिल्ली [ निर्भय कुमार पाण्डेय ] । बर्ड फ्लू का खतरा देखते हुए पूर्वी दिल्ली स्थित, संजय गांधी झील में विशेष इंतजाम किए गए हैं। यहां पर 350 बतख हैं, जिन्हें अब दिन में दो वक्त दवाइयां दी जा रही है।
इसके साथ ही चूना व दवाइयों के छिड़काव पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है, जिससे बतखों को बीमारी से दूर रखा जा सके। दिल्ली बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद से झील प्रशासन द्वारा पूरी सतर्कता बरती जा रही है।
झील के सुपरवाइजर राम बरन ने बताया कि चिडय़ाघर में बर्ड फ्लू का मामला सामने आने के बाद झील परिसर की नियमित साफ-सफाई की जा रही है। अधिकारियों द्वारा झील परिसर का निरीक्षण किया जा रहा है।
दो गार्ड की तैनाती भी की गई है जो बतखों पर नजर रखे हैं। इसके अलवा वाले पर्यटकों के ऊपर भी स्प्रे किया जा रहा है। बतख को दिए जाने वाले खाने में भी दवाई मिलाई जा रही है।
सभी बतखें हैं स्वस्थ
झील परिसर में कार्यरत पशु अधिकारी ने बताया कि बर्ड फ्लू है या नहीं इसके दो लक्षण होते हैं, जो आसानी से दिखे जा सकते हैं। पहला लक्षण यह होता है कि बतख के किसी एक पैर का कमजोर होना और बत्तख का लडख़ड़ा कर चलना।
वहीं, दूसरा लक्षण है कि बतख जैसे पंछी हमेशा पानी में रहते हैं। बीमार होने पर पानी में जाना छोड़कर पानी के किनारे अपना ठिकाना बना रहे। फिलहाल बृहस्पतिवार तक संजय झील के 350 बतखों में से किसी एक में भी यह दोनों लक्षण देखने को नहीं मिले हैं।
सभी एक ही प्रजाति के हैं
झील के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बर्ड फ्लू जैसी बीमारी अक्सर विदेशों से प्रवास करने वाले पक्षियोंं के साथ देश में आती है। संजय झील में सभी बतख देशी हैं और एक ही प्रजाति के हैं। इस वजह से भी बर्ड फ्लू का खतरा इस झील परिसर में कम रहता है। इस वक्त संजय झील पूरी तरह से सुरक्षित है।