नगर निकाय चुनाव में बजा भाजपा का 'डंका', आशा शर्मा बनीं गाजियाबाद की मेयर
भाजपा की आशा शर्मा जीत दर्ज कर शहर की प्रथम नागरिक बन गईं हैं। मेयर पद जीतने के बाद आशा शर्मा ने कहा कि गाजियाबाद को स्मार्ट बनाने का काम किया जाएगा।
गाजियाबाद [जेएनएन]। नगर निकाय चुनाव में एक बार फिर भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया है। नगर निगम मेयर पद पर पांचवीं बार भाजपा की जय हुई है। चुनावी रणभूमि में भाजपा की आशा शर्मा जीत दर्ज कर शहर की प्रथम नागरिक बन गईं हैं। उन्होंने 1,63,647 के बड़े अंतर से कमल खिलाया है। आशा को 2,82,738 वोट मिले हैं। वह मतगणना के पहले ही राउंड से आगे चल रही थीं।
पूरी हुई भाजपा की आशा
प्रतिद्वंदी उनसे कोसों दूर थे। हर राउंड में फसला इतना बढ़ता गया कि प्रतिद्वंदियों के लिए उसे पाटना मुश्किल हो गया। 13वें राउंड यानी आधी मतगणना पूरी होते ही साफ हो गया कि आशा शर्मा से भाजपा को जो 'आशा' है, वह पूरी होगी। ऐसा ही हुआ। कुल 26 राउंड की मतगणना पूरी होने के बाद नतीजा भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में ही आया। इस बार मेयर पद पर 13 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया था।
स्मार्ट बनेगा शहर
निगम चुनाव में मेयर पद जीतने के बाद आशा शर्मा ने कहा कि गाजियाबाद महानगर को स्मार्ट बनाने का काम किया जाएगा। नोएडा और बाकी एनसीआर के शहरों की तरह इसे विकसित किया जाएगा। इसके अलावा कूड़े के निस्तारण की दिशा में कदम उठाए जाएंगे। इसमे आलावा सभी पार्षदों के साथ मिलकर गाजियाबाद के लोगों की मूल जरूरत को पूरा किया जाएगा।
भाजपा को यहां मिली जीत
वार्ड 94 में एसके माहेश्वरी, वार्ड 59 से राजीव शर्मा, 71 से राजेन्द्र त्यागी, 76 से शिवानी सोलंकी, 38 से राजेश कुसुम, 91 से हिमांशु लव, वार्ड 10 से यशपाल पहलवान, 46 वार्ड से अजयवीर सिंह बीजेपी, वार्ड 27 में ललित कुमार, वार्ड 5 से चतर सिंह, 44 से दिलशाद मलिक, वार्ड 19 से साझी नारंग,वार्ड 23 से सुरेन्द्र सेन, वार्ड 20 से विनोद कसाना, वार्ड 31 से रूबी त्यागी, वार्ड 2 से मीनल रानी 8 से राजेन्द्र तितोरिया, वार्ड 15 से कृपाल सिंह, वार्ड 26 से सुनील यादव, 28 से विभा देवी, 24 से आनंद चौधरी, 29 से हरवीर प्रधान को जीत मिली।
1995 में पहली बार हुआ नगर निगम चुनाव
1994 में नगर निगम अस्तित्व में आया था। वर्ष 1995 में पहली बार मेयर पद के लिए चुनाव हुआ था। भाजपा के दिनेश चंद गर्ग पहले मेयर थे। उनके बाद दमयंती गोयल, तेलूराम कांबोज और आशु वर्मा ने मेयर पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। ये तीनों भी भाजपा से ही थे।
4122 ने दबाया नोटा
इस बार मतदाताओं को ईवीएम पर नोटा विकल्प दिया गया था। 4122 मतदाताओं ने उसका प्रयोग किया। मेयर पद के लिए चुनाव मैदान में उतरे सात प्रत्याशियों से ज्यादा मत नोटा की पेटी में आए।
अन्य पार्टियों के मेयर प्रत्याशियों को मिले वोट
डॉली शर्मा कांग्रेस 1,19,091
मुन्नी चौधरी बसपा 77,001
राशि गर्ग सपा 40,613
डॉ. प्रगति त्यागी आप 13,656
कुसुम राघव रालोद 9,402
यह भी पढ़ें: पोस्टर-ऑडियो विवाद के बाद AAP में निर्णायक भूमिका में उभरे कुमार विश्वास
यह भी पढ़ें: राज्यसभा चुनावः केजरीवाल की नई रणनीति से AAP में फिर तेज होगा घमासान