यादव सिंह मामले में 20 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त, हो सकती है गिरफ्तारी
संपत्ति जब्त करने के साथ ही यादव सिंह के खिलाफ ईडी की कार्रवाई तेज हो गई है। जल्द ही ईडी उनसे नए सिरे से पूछताछ शुरू करेगी और इस मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
नई दिल्ली [जेएनएन]। इंजीनियर यादव सिंह मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने 20 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली है। इनमें रिश्वत के रूप में यादव सिंह की पत्नी की कंपनी में दिये गए 50 लाख रुपये भी शामिल हैं। संपत्ति जब्त करने के साथ ही यादव सिंह के खिलाफ ईडी की कार्रवाई तेज हो गई है। जल्द ही ईडी उनसे नए सिरे से पूछताछ शुरू करेगी और इस मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के ठेकों में भ्रष्टाचार के साथ-साथ यादव सिंह पर सैंकड़ों करोड़ रुपये की अवैध नामी-बेनामी संपत्ति बनाने का आरोप है। 2जी घोटाले की जांच करने वाले राजेश्वर सिंह अब उत्तरप्रदेश के प्रभारी हैं और यादव सिंह के खिलाफ जांच की निगरानी वही कर रहे हैं।
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दरअसल सीबीआइ ने अपने आरोपपत्र में यादव सिंह पर तीन कंपनियों तिरुपति कंस्ट्रक्शन, एनकेजी कंस्ट्रक्शन, जेएसपी प्रोजेक्टस को 19.42 करोड़ रुपये का अनुचित लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था। प्रवर्तन निदेशालय ने अपनी जांच में सीबीआइ के आरोपों को सही पाया और तीनों कंपनियों की 19.42 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त कर ली। उनमें एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर के 4.52 करोड़, तिरुपति कंस्ट्रक्शन के 5.11 करोड़ और जेएसपी प्रोजेक्ट्स के 9.79 करोड़ रुपये शामिल हैं।
ईडी के अनुसार ठेका पाने में यादव सिंह की तीनों कंपनियों के साथ मिलीभगत थी और नोएडा अथॉरिटी में जमा किए गए ड्राफ्ट को बनाने के लिए तीनों कंपनियों ने एक-दूसरे के फिक्सड डिपोजिट का इस्तेमाल किया था। ठेका मिलने के बाद एनकेजी इंफ्रास्ट्रक्चर ने यादव सिंह के चार्टर्ड एकाउंटेंट की मदद उनकी पत्नी कुसुम लता की कंपनी कुसुम गार्मेट्स में 50 लाख रुपये निवेश किया था। ईडी ने इसे भी जब्त कर लिया है।
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ईडी के उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार जब्ती कार्रवाई के साथ ही यादव सिंह के खिलाफ मामले की जांच तेज कर दी गई है। इस सिलसिले में जल्द बी यादव सिंह को पूछताछ के लिए समन किया जाएगा। नोएडा, ग्रेटर नोएडा अथोरिटी के ठेकों में घोटाले के साथ-साथ यादव सिंह की अकूत नामी-बेनामी संपत्तियों के बारे में भी ईडी यादव सिंह से पूछताछ करेगा। इस दौरान यादव सिंह की गिरफ्तारी की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है।