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लड़की बन गई मां तो खुला ये सनसनीखेज राज, हरियाणा में हुआ शर्मनाक कारनामा

नाबालिग लड़की को एक के बाद एक बुजुर्गों को बेचा जाता रहा। इस दौरान वह एक बुजुर्ग के बच्चे के मां भी बन गई।

By JP YadavEdited By: Published: Wed, 31 Aug 2016 02:27 PM (IST)Updated: Wed, 31 Aug 2016 06:41 PM (IST)
लड़की बन गई मां तो खुला ये सनसनीखेज राज, हरियाणा में हुआ शर्मनाक कारनामा

मेवात (जेएनएन)। हरियाणा में इंसानियत को शर्मसार करने की घटना सामने आई है। यहां पर एक नाबालिग लड़की को एक के बाद एक बुजुर्गों को बेचा जाता रहा। इस दौरान वह एक बुजुर्ग के बच्चे के मां भी बन गई। बुजुर्ग मर गया तो दूसरे बुजुर्ग को बेच दिया गया। इसके बाद उसे किसी तीसरे को बेचने की तैयारी थी, लेकिन जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण (डालसा) और समाजसेवी संस्था ह्यूमन पीपुल्स ने मुक्त करा लिया। पूरी घटना हरियाणा के मेवात जिले की है।

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पीड़ित नाबालिग पश्चिम बंगाल की है। मुक्त होने के बाद अब उसे सरंक्षण की दरकार है। डालसा भी उसकी कोई मदद नहीं कर पा रहा है। डालसा ने नाबालिग संरक्षण व बाल विवाह निषेध अधिकारी से उसके संरक्षण के लिए मदद मांगी, तो वहां से भी खाली हाथ लौटना पड़ा।

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नाबालिग को डालसा और ह्यूमन पीपुल्स ने ढाणा निवासी जुम्मा के कब्जे मुक्त कराया था। जुम्मा पेशे से ड्राइवर है और वह बिहार, बंगाल, असम सहित देश के पूर्वी हिस्से में अक्सर आता-जाता रहता था। 17 दिसंबर 2013 को जुम्मा पश्चिम बंगाल से एक नाबालिग को लेकर आया।

यहां पर लाकर उसने झारपड़ी के 78 वर्षीय रहमत को बेच दिया। रहमत के यहां नाबालिग ने एक बच्ची को जन्म दिया। दिसंबर 2015 में रहमत के मर जाने पर जुम्मा उसको फिर अपने पास ले आया और मरोड़ा के 60 वर्षीय नजीर को बेच दिया।

नजीर ने पीड़िता को अधिक समय तक अपने पास नहीं रखा, तो जुम्मा उसको तीसरी जगह बेचने की तैयारी में था। जब इस बारे में डालसा को पता चला तो उसने सामाजिक संस्था ह्यूमन पीपुल्स के सहयोग से उसे मुक्त करा लिया।

अब चुनौती, कहां रखें नाबालिग को

जिला विधिक प्राधिकरण सेवाएं के सचिव नरेंद्र सिंह के अनुसार, उन्होंने नाबालिग को मुक्त तो करा लिया, लेकिन अब बड़ी चुनौती है कि उसको कहां पर रखें, क्योंकि सरकार के पास ऐसे पीड़ितों के लिए कोई जगह नहीं है।

जिले के हर गांव में ऐसी महिलाएं, कहा जाता है पारो

नरेंद्र सिंह ने बताया कि जिले के अधिकतर गांवों में ऐसी महिलाएं हैं। बाहर से लाई गई ऐसी महिलाओं को पारो कहा जाता है। इनमें से कई को बार-बार बेचा जाता है। कई घरों में तो परिवार के हर पुरुष सदस्य उनके साथ दुष्कर्म करते हैं।


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