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महामना एक्सप्रेस की बिगाड़ी सूरत तो जाना पड़ेगा जेल

ल मंत्री सुरेश प्रभु महामना एक्सप्रेस में लगाए गए जिस अत्याधुनिक सुविधाओं वाले कोच को भविष्य का कोच बताते हैं, दस दिन में ही यात्रियों ने उसकी सूरत बिगाड़ दी है। यात्री न सिर्फ कोच में गंदगी फैला रहे हैं बल्कि इसे क्षतिग्रस्त भी कर रहे हैं।

By Amit MishraEdited By: Published: Fri, 05 Feb 2016 07:57 PM (IST)Updated: Sat, 06 Feb 2016 10:11 AM (IST)

नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। रेल मंत्री सुरेश प्रभु महामना एक्सप्रेस में लगाए गए जिस अत्याधुनिक सुविधाओं वाले कोच को भविष्य का कोच बताते हैं, दस दिन में ही यात्रियों ने उसकी सूरत बिगाड़ दी है। यात्री न सिर्फ कोच में गंदगी फैला रहे हैं बल्कि इसे क्षतिग्रस्त भी कर रहे हैं। इससे रेल अधिकारियो की चिंता बढ़ गई है।

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रेल प्रशासन ने अब इस ट्रेन में गंदगी फैलाने वालों पर जुर्माना लगाने और इसे क्षति पहुंचाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए जेल की हवा तक खिलाने की तैयारी कर ली है। यही नहीं, ट्रेन को साफ रखने के लिए स्टाफ की संख्या भी बढ़ाई गई है और इसके संचालन की जिम्मेदारी लखनऊ मंडल को दे दी गई है।

वाराणसी से नई दिल्ली के बीच सप्ताह में तीन दिन चलने वाली महामना एक्सप्रेस में भोपाल स्थित कोच रिहेब्लिटेशन वर्कशॉप (सीआरडब्ल्यूएस) में तैयार किए गए आकर्षक आंतरिक सज्जा और सुविधायुक्त फिटिंग्स वाले मॉडल कोच लगाए गए हैं। इसमें आरामदायक सफर के साथ ही यात्रियों की सुरक्षा का भी पूरा ख्याल रखा गया है। इसके गैर वातानुकूलित कोच को सजाने में लगभग 16 लाख तथा वातानुकूलित कोच पर 22 लाख रुपये खर्च किए गए है। इस खास ट्रेन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 22 तारीख को वाराणसी से रवाना किया था, लेकिन इतने कम समय में ही इसकी सूरत बिगड़ गई है। इसके लिए यात्रियों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है।

रेल अधिकारियों का कहना है कि पहले दिन से ही महामना एक्सप्रेस में नल की टोटी चोरी होने तथा गंदगी की शिकायतें मिलने लगी थीं। वॉश बेसिन तथा ट्रेन की फर्श को भी पान के पीक से रंग दिया गया है। यात्रियों के इस व्यवहार से उत्तर रेलवे अधिकारी चिंतित हैं क्योंकि इस ट्रेन पर रेलवे बोर्ड से लेकर रेल मंत्री तक की नजर है। शायद यही वजह है कि अब इस ट्रेन का परिचालन लखनऊ मंडल की निगरानी में होगा।

स्थानीय स्टाफ होने से सख्ती रखने में आसानी होगी। लेकिन इसका प्राइमरी मेंनटेनेंस नई दिल्ली में ही होगा। इस ट्रेन में आरपीएफ व टिकट चेकिंग के चार-चार स्टाफ के साथ ही सफाई व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुपरवाइजर व तीन स्टाफ की तैनाती की गई है। कर्मचारीं यात्रियों को सफाई के प्रति जागरूक करेंगे। इसके बाद भी वे नहीं माने तो उन पर जुर्माना किया जाएगा।


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