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रूठे गुलाम अली मान गए, शो के लिए दिसंबर में अाएंगे दिल्‍ली

शिवसेना के विरोध के चलते महाराष्ट्र के दो प्रमुख शहर मुंबई और पुणे में पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली का शो रद होने के बाद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में आकर यहां परफॉर्म करने का न्यौता दिया था, जिसे गुलाम अली ने स्‍वीकार कर लिया। इस पर दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री

By Ramesh MishraEdited By: Published: Fri, 09 Oct 2015 10:52 AM (IST)Updated: Fri, 09 Oct 2015 09:48 PM (IST)

नई दिल्ली । शिवसेना के विरोध के चलते महाराष्ट्र के दो प्रमुख शहर मुंबई और पुणे में पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली का शो रद होने के बाद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में आकर यहां परफॉर्म करने का न्यौता दिया था, जिसे गुलाम अली ने स्वीकार कर लिया। इस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने उन्हें दिल से धन्यवाद दिया। गुलाम अली अब दिसंबर माह में दिल्ली में अपना शो करेंगे।

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उन्होंने कहा कि गुलाम अली सर हम आपके बड़े फैन है। हमारी दिल से इच्छा थी कि आपकी गजलों को हमारे दिल्लीवासी भी सुने। केजरीवाल ने कहा कि आज आप से फोन पर बात करके बहुत अच्छा लगा। आपने हमारा न्यौता स्वीकार किया हम आपका दिल से शुक्रिया करते हैं। इस बीच गुलाम अली से दिल्ली के पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा ने मुलाकात की।

बतो दें कि शिवसेना के विरोध के चलते महाराष्ट्र के दो प्रमुख शहर मुंबई और पुणे में पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली का शो रद होने के बाद केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में आकर यहां परफॉर्म करने का न्यौता दिया था।

दिल्ली सरकार के पर्यटन विभाग के मंत्री कपिल मिश्रा ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया कि 'दुखद है कि गुलाम अली को मुंबई में इजाजत नहीं मिली। मैं उन्हें दिल्ली आने और कंसर्ट करने का इनविटेशन देता हूं। म्यूजिक की कोई सीमा नहीं होती। उधर, आम आदमी पार्टी ने इसकी निंदा की है।

दरअसल, शिव सेना यूथ विंग के अध्यक्ष और पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने कहा था कि हम गुलाम अली के गानों को सुनकर आनंदित होते हैं, लेकिन हमें अपने सैनिकों के प्रति कुछ संवेदनशीलता दिखाने की जरूरत है। हर जगह एनकाउंटर्स हो रहे हैं, सीमा पर न जाने कितनी बार सीजफायर का उल्लंघन किया गया। जब यह सब चल रहा है, यहां कोई आनंद नहीं कर सकता।

गुलाम अली गजल गायक जगजीत सिंह की चौथी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए मुंबई में 9 अक्टूबर को आयोजित कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देने के लिए आने वाले थे। मालूम हो कि पाकिस्तान के मशहूर गायक गुलाम अली कई हिंदी फिल्मों में गा चुके हैं। इस साल की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के संकट मोचन मंदिर में भी एक प्रोग्राम पेश किया था।

हालांकि इस मामले गजल गायक गुलाम अली का कहना है कि मेरी ओर से कार्यक्रम रद नहीं किया गया है। हालात ऐसे नहीं हैं कि मैं प्रोग्राम करूं। इस तरह के विवाद से लोगों के सुर खराब होते हैं। मैं गुस्सा नहीं हूं, मुझे ठेस पहुंची है। प्यार में ऐसी चीजें नहीं होती। जगजीत सिंह मेरे भाई समान हैं।

उधर, इस मामले महाराष्ट्र सरकार के रुख पर प्रतिक्रिया देते हुए बांग्लादेश की लेखिका ने कहा कि भारत भी सऊदी अरब बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम लोगों को समझना चाहिए कि गुलाम अली कोई जिहादी नहीं हैं। हमें उनकी क्रद करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि शिवसेना को जिहादी और सिंगर में फर्क समझना चाहिए।


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