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यौन उत्पीड़न से तंग राष्ट्रीय महिला खिलाड़ी ने छोड़ी ट्रेनिंग

शूटिंग रेंज में माहौल ठीक नहीं होने का हवाला देकर राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी के ट्रेनिंग छोड़ने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। राइफल शूटर खिलाड़ी का कहना है कि शूटिंग रेंज में उसके साथ शत्रुतापूर्ण व्यवहार किया जाता है। खिलाड़ी यौन उत्पीड़न की शिकार है।

By JP YadavEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2015 11:06 AM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2015 09:47 PM (IST)

नई दिल्ली। शूटिंग रेंज में माहौल ठीक नहीं होने का हवाला देकर राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी के ट्रेनिंग छोड़ने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। राइफल शूटर खिलाड़ी का कहना है कि शूटिंग रेंज में उसके साथ शत्रुतापूर्ण व्यवहार किया जाता है। खिलाड़ी यौन उत्पीड़न की शिकार है।

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पूरा मामला दिल्ली के डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज का है। यह शूटिंग रेंज भारतीय खेल प्राधिकरण (SAI) के अंतर्गत आता है। माहौल ठीक नहीं होने से परेशान राष्ट्रीय स्तर की खिलाड़ी ने ट्रेनिंग छोड़ दी है।

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18 महीने बाद भी जांच बेनतीजा

पिछले साल मार्च महीने में इस महिला शूटर ने भारतीय खेल प्राधिकरण के एक वरिष्ठ अधिकारी और प्रशासक के खिलाफ यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था।

शिकायत को गंभीरता से लेते हुए साई ने जांच के लिए पैनल भी गठित किया था, लेकिन पैनल 18 महीने बाद भी किसी नतीजे पर नहीं पहुंचा है।

साई की ओर भी नहीं मिली मदद

महिला शूटर की सहयोगी के मुताबिक, वहां पर माहौल ही ठीक नहीं है। ऐसे में वहां पर ट्रेनिंग जारी रखना संभव नहीं है। इस दौरान पीड़िता से कई बार यौन उत्पीड़न का मामला वापस लेने के लिए कहा गया, लेकिन इस संबंध में साई की ओर से किसी तरह की मदद नहीं मिली। साई के गठित पैनल ने इस बारे में कोई मदद नहीं की।

यौन उत्पीड़न की शिकार महिला की सहयोगी का कहना है कि ऐसे माहौल और अधिकारियों के दबाव के बीच वहां पर ट्रेनिंग जारी रखना किसी भी हालात में संभव नहीं था। उस पर मामले को वापस लेने के लिए बार-बार दबाव भी डाला जाता था।

लिखित में दी चुकी है शिकायत

यौन उत्पीड़न की शिकार महिला ने दोषियों पर कार्रवाई के लिए बाकायदा लिखित में शिकायत दी थी, लेकिन साई द्वारा गठित समिति की सुस्ती ने निराश किया। जांच में 18 महीने का वक्त बीत चुका है, लेकिन समिति की जांच बेनतीजा है।

नियम-कानून ताक पर जांच में की जा रही देरी

पीड़िता के मुताबिक, साई की समिति के सुस्त बर्ताव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि अब तक मामली की शुरुआती जांच भी नहीं की गई है। यौन उत्पीड़न की शिकायत के बाद नियमों के मुताबिक, कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न के मामलों में 90 दिनों के भीतर जांच पूरी हो जानी चाहिए।

साई द्वारा गठित समिति बेवजह ही इस मामले को खींच रही है। वहीं, समिति की पूर्व चेयनमैन और पूर्व साई अधिकारी मीनू ढींगरा का कहना है कि मामले की जांच का नेतृत्व वह नहीं कर रही हैं। ऐसे में वह इस मुद्दे पर बोलने की स्थिति में नहीं हैं।

वहीं, साई की क्षेत्रीय निदेशक मीना बोरा के मुताबिक, इस मामले की जांच में क्यों देरी हो रही है इस बारे में उन्होंने अनभिज्ञता जताई है। मीना बोरा जांच समिति की नई चेयरपर्सन भी हैं।

साई की छवि होगी खराब!

साई से जुड़े नेशनल कोच का कहना है कि प्रमुख खेल एजेंसी हैं। यहां पर बड़े-बड़े खिलाड़ी आकर यहां पर मिलने वाली सुविधा का लाभ उठाकर अपना भविष्य बनाते हैं। ऐसे में यहां का माहौल ही सुरक्षित नहीं रहेगा, तो साई के प्रति लोगों में गलत धारणा तो बनेगी ही साथ ही यहां पर लोग प्रशिक्षण लेने से भी घबराएंगे, खासकर लड़किया।

एशियन शूटिंग चैंपियनशिप में श्वेता लगाएंगी निशाना

दिल्ली के डा. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में आज से शुरू हो रही एशियन एयरगन शूटिंग चैंपियनशिप में फरीदाबाद की राष्ट्रमंडल खेल में रजत पदक विजेता श्वेता चौधरी निशाना लगाने के लिए तैयार हैं। श्वेता ने बेहतर प्रदर्शन करने के लिए शूटिंग रेंज में लगे शिविर में जमकर अभ्यास किया।

125 सितंबर से एक अक्टूबर तक कर्णी शूटिंग रेंज में चैंपियनशिप आयोजित की जाएगी, जिसमें भारत के अलावा श्रीलंका, ईरान व बांग्लादेश की टीमें भाग लेंगी।

अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी शांतनु ठाकुर का मानना है कि वैसे तो सभी देशों की टीमों में बेहतर खिलाड़ी हैं, लेकिन भारत के अलावा ईरान की टीम भारी पड़ सकती है। ईरान की टीम के कई खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं।


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