तकनीक का कमालः नाम बोलते ही मोबाइल पर होगी अपराधी की कुंडली
प्रदेश के तीसरे माडर्न कंट्रोल रूम के बाद हाइटेक होने की दिशा में गाजियाबाद को एक और उपलब्धि मिली है।
गाजियाबाद। प्रदेश के तीसरे माडर्न कंट्रोल रूम के बाद हाइटेक होने की दिशा में गाजियाबाद को एक और उपलब्धि मिली है।
स्मार्ट कही जाने वाली गाजियाबाद पुलिस ने अपराध व अपराधियों से संबंधित देश की पहली मोबाइल एप लांच की है। इस ऐप को सीसीडी (क्राइम एंड क्रिमिनल डेटाबेस) नाम दिया गया है।
जानकारों के मुताबिक इसका ढंग से इस्तेमाल कर लिया गया तो यह एप भविष्य में पुलिस के लिए रामबाण साबित होगा। इसके जरिये अपराधी का नाम बोलते ही पुलिसकर्मी के मोबाइल पर अपराधी की पूरी डिटेल आ जाएगी।
हापुड़ रोड स्थित आइएमटी कॉलेज में रविवार को पुलिस द्वारा आयोजित कार्यशाला में आइजी मेरठ जोन सुजीत पांडे ने इस एप को लांच किया। इस एप को तैयार कराने के लिए सुजीत पांडे ने एसएसपी धर्मेंद्र सिह, एसपी सिटी सलमान ताज पाटिल व एप विकसित करने वाले साइबर क्राइम इन्वेस्टीगेटर ईशान सिन्हा को बधाई देते हुए कहा कि यह गाजियाबाद पुलिस की बड़ी उपलब्धि है। विवेचना, अपराधी की धरपकड़ व अपराध नियंत्रण में यह उपयोगी होगी।
एसएसपी धर्मेंद्र सिह ने बताया कि इस एप को एक सप्ताह के भीतर प्लेस्टोर पर डाल दिया जाएगा। यह एप पूरी तरह से पुलिसकर्मियों के लिए है। एप पर डीसीआरबी व जेल से आधारित डाटा अपलोड कर दिया गया है। एप में वॉयस कमांड दी गई है, इसके जरिये अपराधियों के बारे में पता लगाया जाएगा।
वाहनों की जानकारी भी देगा
सीसीडी एप में पुलिस के लिए वाहनों से संबंधित सब एप भी है। इसमें पुलिसकर्मी जिले के किसी भी वाहन का नंबर फीड कर पूरी डिटेल मोबाइल स्क्रीन पर देख सकेगा। गाजियाबाद आरटीओ से वाहनों का पूरा डाटा एकत्र कर इस एप पर डाल दिया गया है।