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Noida : CBI ने यादव सिंह पर कसा शिकंजा, 14 ठिकानों पर छापेमारी

नोएडा, ग्रेटर नोएडा एवं यमूना प्राधिकरण के इंजीनियर इन चीफ के पद पर रहे यादव सिंह के खिलाफ CBI ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आज नोएडा में CBI टीम ने यादव सिंह से जुड़े करीब 14 ठिकानों पर छापेमारी की। उसका तलाशी अभियान जारी है। यादव सिंह के

By Ramesh MishraEdited By: Published: Tue, 04 Aug 2015 11:49 AM (IST)Updated: Tue, 04 Aug 2015 09:33 PM (IST)
Noida : CBI ने यादव सिंह पर कसा शिकंजा, 14 ठिकानों पर छापेमारी

नोएडा। नोएडा, ग्रेटर नोएडा एवं यमूना प्राधिकरण के इंजीनियर इन चीफ के पद पर रहे यादव सिंह के खिलाफ CBI ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। आज नोएडा में CBI टीम ने यादव सिंह से जुड़े करीब 14 ठिकानों पर छापेमारी की। उसका तलाशी अभियान जारी है। यादव सिंह के नोएडा के सेक्टर- 50 एवं सेक्टर-27 स्थिति आवास पर CBI ने छापामारा और कई अहम दस्तावेज एकत्र किए।

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CBI टीम ने प्राध्ािकरण से यादव सिंह की सर्विस बुक मांगी है ताकि उसे वह खंगाल सके। फिलहाल प्राधिकरण ने यादव की सर्विस बुक की फोटो कापी CBI को मुहैया करा दी है।

पढ़े : यादव सिंह प्रकरणः लखनऊ हाईकोर्ट के आदेश पर सीबीआइ जांच हुई शुरू

सूत्रों के मुताबिक CBI टीम ग्रेटर नोएडा एवं यमुना प्राधिकरण भी गई है। इन दोनों प्राधिकरण से वह यादव सिंह से जुड़े कुछ दस्तावेज जुटा रही है। तीनों प्राधिकरण के सभी ACO एवं DCO से पूछताछ की जा रही है।

नोएडा प्राधिरकण को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। यहां मौजूद प्रमुख अफसरों से भी पूछताछ की जा रही है। यादव सिंह से जुड़े इंजीनियरिंग विभाग के सभी अफसरों से पूछताछ की जा चुकी है। CBI टीम ने हार्टीकल्चर विभाग के सभी अफसरों को बुलाया है। उनसे भ्ाी पूछताछ की जा रही है।

इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के आदेश पर यादव सिंह के खिलाफ सीबीआई जांच हो रही है, हालांकि उत्तर प्रदेश सरकार हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई है।

पढ़े : यादव सिंह की अकूत संपत्ति की जांच करेगी सीबीआइ

माना जा रहा है यादव सिंह के पास करीब दस हजार करोड की काली कमाई है। हाईकोर्ट का फैसला अखिलेश सरकार के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि विपक्ष का आरोप है कि इतने बड़े घोटाले में सरकार भी शामिल है।

आरोप है कि 40 कंपनियां बनाकर यादव सिंह, पत्नी और साथियों ने हेराफेरी की। यादव सिंह पर आरोप है कि नोएडा अथॉरिटी में तैनाती का फायदा उठाते हुए अपनी पत्नी के नाम रजिस्टर्ड फर्म को सरकारी दर पर बड़े-बड़े व्यावसायिक प्लॉट अलॉट करा देते थे।

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इसके बाद इन्हीं प्लॉट को वह बिल्डरों को काफी ऊंचे दामों में बेच देते थे। प्राधिकरण समेत तीन अथॉरिटी के चीफ इंजीनियर यादव सिंह के घर इनकम टैक्स के छापे में गाड़ी से 10 करोड़ कैश मिला था। इसके अलावा 100 करोड़ रुपए कीमत की डायमंड ज्वेलरी जब्त किए गए थे। इनका वजन करीब दो किलो था।


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