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दिल्ली में बीटिंग रिट्रीट आज, सड़कों पर जरा संभल के

बीटिंग द रिट्रीट गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति का सूचक है। इसमें थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हैं। यह सेना की बैरक में वापसी का प्रतीक है। गणतंत्र दिवस के बाद हर वर्ष 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट का आयोजन

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 28 Jan 2016 10:13 AM (IST)Updated: Fri, 29 Jan 2016 08:34 AM (IST)
दिल्ली में बीटिंग रिट्रीट आज, सड़कों पर जरा संभल के

नई दिल्ली। गणतंत्र दिवस का समापन समारोह यानी बीटिंग रिट्रीट विजय चौक पर मनाया जाएगा। समारोह के चलते शाम 4 से रात्रि 9.30 बजे तक विजय चौक, राष्ट्रपति भवन, साउथ ब्लॉक, नॉर्थ ब्लॉक, संसद भवन और इंडिया गेट की ओर जाने वाले मार्गो पर वाहनों की आवाजाही बंद रहेगी।

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ऐसे में नई व मध्य दिल्ली में जाम लगने की आशंका है। संयुक्त पुलिस आयुक्त शरद अग्रवाल ने बताया कि रिहर्सल के चलते विजय चौक पर आवागमन पूरी तरह बंद रहेगा। रफी मार्ग पर सुनहरी मस्जिद और कृषि भवन के बीच वाहनों का परिचालन नहीं होगा।

कृषि भवन की तरफ से विजय चौक की तक रायसीना रोड भी बंद रहेगा। डलहौजी रोड व कृष्णा मेनन मार्ग के अलावा राजपथ पर विजय चौक से सी-हैक्सन रोड पर भी वाहनों के परिचालन की अनुमति नहीं होगी। पार्किंग की सुविधा रफी मार्ग वॉटर कैनाल और सी हेक्सागन पर शाम 7 बजे के बाद मिलेगी।

उद्योग भवन और केंद्रीय सचिवालय मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश और निकास शुक्रवार दोपहर 2 बजे से शाम साढ़े छह बजे तक बंद रहेगा। यातायात पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और संदिग्ध सामान दिखने पर तत्काल पुलिस को सूचना दे।

गणतंत्र दिवस समापन समारोह का सूचक

बीटिंग द रिट्रीट गणतंत्र दिवस समारोह की समाप्ति का सूचक है। इसमें थल सेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हैं। यह सेना की बैरक में वापसी का प्रतीक है। गणतंत्र दिवस के बाद हर वर्ष 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट का आयोजन किया जाता है।

समारोह का स्थल रायसीना हिल्स और विजय चौक होता है। बीटिंग द रिट्रीट गणतंत्र दिवस आयोजनों का आधिकारिक रूप से समापन घोषित करता है। सभी महत्वपूर्ण सरकारी भवनों को 26 से 29 जनवरी के बीच रोशनी से सजाया जाता है।

यह आयोजन तीनों सेनाओं के एक साथ मिलकर सामूहिक बैंड वादन से आरंभ होता है, जो लोकप्रिय मार्चिग धुनें बजाते हैं। ड्रमर भी एकल प्रदर्शन (जिसे ड्रमर्स कॉल कहते हैं) करते हैं। ड्रमर्स की ओर से एबाइडिड विद मी (यह महात्मा गाँधी की प्रिय धुनों में से एक कही जाती है) बजाई जाती है।

इसके बाद रिट्रीट का बिगुल वादन होता है, जब बैंड मास्टर राष्ट्रपति के समीप जाते हैं और बैंड वापस ले जाने की अनुमति मांगते हैं। तब सूचित किया जाता है कि समापन समारोह पूरा हो गया है। बैंड मार्च वापस जाते समय लोकप्रिय धुन सारे जहां से अच्छा बजाते हैं।

ठीक शाम 6 बजे बगलर्स रिट्रीट की धुन बजाते हैं और राष्ट्रीय ध्वज को उतार लिया जाता हैं तथा राष्ट्रगान गाया जाता है और इस प्रकार गणतंत्र दिवस के आयोजन का औपचारिक समापन होता है।


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