बाजार में आने की तैयारी कर रही मैगी को झटका, नोएडा में सभी नमूने फेल
जब भी भूख लगे तो सिर्फ़ ‘दो मिनट’ में तैयार हो जाने वाली मैगी को नोएडा में राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है। हाल ही में मैगी के एक और नमूने की रिपोर्ट फेल आई है।
नोएडा। जब भी भूख लगे तो सिर्फ़ ‘दो मिनट’ में तैयार हो जाने वाली मैगी को नोएडा में राहत मिलती नहीं दिखाई दे रही है। हाल ही में मैगी के एक और नमूने की रिपोर्ट फेल आई है।
मैगी के फेल होने की रिपोर्ट लखनऊ की राजकीय प्रयोगशाला से जारी की गई है। कसौटी पर खरी नहीं उतरने वाली मैगी के अब सात नमूने फेल हो चके हैं। आधिकारिक बयान के मुताबिक, नोएडा से लिए गए मैगी के सात नमूनों में से सारे फेल हो गए हैं।
जांच में यह पाया गया कि मैगी में जितनी लीड (सीसा) होने से स्वास्थ्य को नुकसान नहीं होगा, उससे 7 गुना ज्यादा लीड है। एफडीए ने यह रिपोर्ट मैगी के दो दर्जन पैकेट जांचने के बाद जारी किया।
सीसा ऐसा जहरीला धातु है जिसके नियमित सेवन से कैंसर, मस्तिष्क रोग, मिर्गी, किडनी की बीमारी हो सकती है। अधिक मात्रा में लेने पर मौत तक हो सकती है। सीसा छोटे बच्चों के दिमागी विकास पर स्थायी नुकसान पहुंचाता है।