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300 करोड़ के दवा घोटाले की जांच शुरू

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने अब दिल्ली सरकार के

By JagranEdited By: Published: Thu, 01 Jun 2017 07:53 PM (IST)Updated: Thu, 01 Jun 2017 07:53 PM (IST)
300 करोड़ के दवा घोटाले की जांच शुरू

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

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दिल्ली सरकार की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) ने अब दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग में 300 करोड़ के कथित मेडिसिन घोटाले की जांच शुरू कर दी है। यह जांच पूर्व मंत्री कपिल मिश्रा द्वारा उपराज्यपाल को दी गई शिकायत के बाद उनके निर्देश पर शुरू की गई है।

एसीबी चीफ विशेष आयुक्त मुकेश कुमार मीना के मुताबिक अभी इस संबंध में केस दर्ज नहीं किया गया है। पहले मामले की जांच की जा रही है। घोटाले के सुबूत मिलने के बाद केस दर्ज किया जाएगा। बुधवार शाम एसीबी के आधा दर्जन अधिकारियों ने ताहिरपुर, जनकपुरी व रघुवीर नगर स्थित सेंटर प्रोक्योरमेंट एजेंसी के तीन गोदामों पर छापेमारी की। वहां से भारी मात्रा में एक्सपाइरी मेडिसिन के साथ दवाओं की खरीद-फरोख्त के बिल जब्त किए गए।

पिछले एक महीने में दिल्ली सरकार में 400 करोड़ के वाटर टैंकर घोटाले व पीडब्ल्यूडी घोटाले के बाद मेडिसिन घोटाले में भी एसीबी द्वारा जांच तेज करने पर सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। एसीबी सूत्रों के मुताबिक कपिल मिश्रा से इन घोटालों के संदर्भ में काफी सुबूत मिल गए हैं। मिश्रा को मंत्री पद से हटाने के बाद उन्होंने कई बार उपराज्यपाल अनिल बैजल से मुलाकात कर दिल्ली सरकार पर कई घोटाले में लिप्त होने के सुबूत दिए हैं। जिनमें एक मेडिसिन घोटाला भी शामिल है। बैजल ने कुछ दिन पहले मेडिसिन घोटाले के दस्तावेज एसीबी को सौंप जांच करने के निर्देश दिए। जिसपर एसीबी ने कार्रवाई शुरू कर दी है।

एसीबी को मिली शिकायत में बताया गया है कि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग ने कुछ दवा कंपनियों को 300 करोड़ से ज्यादा का भुगतान कर एक मुश्त भारी मात्रा में दवाइयां खरीद लीं, जिनमें कुछ ही उपयोग लायक थी ज्यादातर दवाइयां ऐसी थीं जिनकी एक्सपाइरी की तिथि नजदीक थी। कई ऐसी दवाइयां भी खरीद ली गई जिसके बारे में डॉक्टरों ने यह कहते हुए मना कर दिया था कि उनका इस्तेमाल अब नहीं किया जा रहा है। ऐसे में उक्त दवाइयां गोदामों में ही एक्सपाइर हो गई। ऐसा जान बूझकर किया गया ताकि करोड़ों रुपये का घोटाला किया जा सके। दवाओं के रखरखाव व उसे दिल्ली सरकार के अस्पतालों व मोहल्ला क्लीनिकों में आपूर्ति करने का काम स्वास्थ्य विभाग की सेंटर प्रोक्योरमेंट एजेंसी करती है। इसके लिए एजेंसी ने दिल्ली के ताहिरपुर, जनकपुरी व रघुवीर नगर में तीन गोदाम बनाया हुआ है। एसीबी ने इन्हीं गोदामों में छापेमारी की।


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