एनजीटी ने दिल्ली सरकार से मांगा जवाब
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : यमुना नदी में मवेशियों का खून न बहाने संबंधी अपने आदेशों का अनुपालन न
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
यमुना नदी में मवेशियों का खून न बहाने संबंधी अपने आदेशों का अनुपालन न होने पर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने दिल्ली सरकार व दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी से जवाब मांगा है। न्यायमूर्ति जे.रहीम के नेतृत्व वाली पीठ ने कहा कि दोनों 11 जुलाई से इस मसले पर अपनी स्टेटस रिपोर्ट पेश करें।
सुनवाई के दौरान एनजीटी के सदस्य नगीन नंदा ने कहा कि सिविक एजेंसियां हमेशा यमुना व गंगा के बारे में बात करतीं हैं। हम भी आए दिन यमुना व गंगा में प्रदूषण संबंधित मामले सुनते हैं। उक्त मुद्दे पर एनजीटी ने 2015 में निर्देश भी दिए, लेकिन आज तक उनका पालन नहीं हो रहा है। यह सही नहीं है।
सुनवाई के दौरान पूर्वी दिल्ली नगर निगम के वकील ने कहा कि गाजीपुर बुचड़खाने में ऑनलाइन मॉनिट¨रग सिस्टम है जो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ जुड़ा हुआ है। 23 सितंबर 2015 में बकरीद से एक दिन पहले एनजीटी ने प्रशासन को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया था कि मवेशियों का खून यमुना नदी में न बहाया जाए।
पेश मामले में धार्मिक संगठन ओजस्वी पार्टी ने याचिका दायर की है। याचिका में कहा गया था कि मवेशियों को मारकर उनका खून यमुना में बहाया जा रहा है। जिससे यमुना प्रदूषित हो रही है।