मौसम ने दी राहत पर आफत बरसा रही बिजली
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : एक सप्ताह से पड़ रही भीषण गर्मी के बीच दो दिन का समय राहत भरा रहा ह
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : एक सप्ताह से पड़ रही भीषण गर्मी के बीच दो दिन का समय राहत भरा रहा है। धूल भरी आंधी से परेशानी हुई पर मौसम खुशगवार हो गया था। पारा गिरने से बिजली की मांग कम हुई तो बिजली कंपनियों के कर्मचारियों ने भी राहत की सांस ली। फिर भी बिजली वितरण व्यवस्था में सुधार नहीं दिख रहा है। बीच-बीच में उत्तम नगर, पालम, विकासपुरी, मोतीनगर, मादीपुर की अनियमित कॉलोनियों की बत्तियां गुल होती रहीं। सोमवार रात आधे घंटे के लिए इन इलाकों की कॉलोनियों में बत्ती गुल रही। मंगलवार दोपहर में धूप क्या खिल गई, बिजली की कटौती एक बार फिर से शुरू हो गई।
मौसम में ठंडापन का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि रात में लोग एसी बंद कर कूलर से काम चला रहे हैं। सुबह ठंड लगने लगती है। ऐसे समय में कूलर भी बंद करना पड़ रहा है। ऐसे में निश्चित तौर पर ऊर्जा की बचत हो रही है, लेकिन सुबह 8 बजने के बाद जैसे ही पारा ऊपर आने लगा बिजली की खपत बढ़ती गई। दिन के 11 बजे से दिन के 2 बजे तक बिजली की मांग भी बढ़ी, लेकिन शाम ढलते ही मांग भी निढाल हो गई। यह अलग बात है कि पिछले सप्ताह गर्मी ने अपना रौद्र रूप दिखाया था। अब तक पारा सामान्य है फिर भी बिजली की आंख मिचौली खत्म नहीं हुई है। दिन के साथ रात के समय भी कटौती की जा रही है। सुबह स्कूल जाने के समय तो दोपहर बाद बच्चों को स्कूल से घर लौटते समय बिजली गुल रह रही है। शाम को दफ्तर से घर पहुंचने वालों को बिजली के दर्शन नहीं हो रहे हैं। वहीं बिजली वितरण कंपनी के अधिकारी आधे घंटे की बिजली कटौती को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। वे कहते नहीं थक रहे हैं कि मामूली फाल्ट आने से बत्ती गुल हो जाती होगी, इसलिए आधे घंटे में वापस आ जाती है। अगर कोई गड़बड़ी होती है तो इसे दुरुस्त करने में कम से कम 45 मिनट का समय लगता है।