खराब ईवीएम को लेकर स्वराज इंडिया ने किया हंगामा
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का बटन खराब होने के मामले को ले
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) का बटन खराब होने के मामले को लेकर मयूर विहार फेज-1 एक्सटेंशन के एक पो¨लग बूथ पर जमकर हंगामा हुआ। स्वराज इंडिया पार्टी के नेताओं की एडीएम रजनीश कुमार सिंह से जमकर बहस हुई। बात इतनी बढ़ गई कि एडीएम ने गिरफ्तारी के भी आदेश दे दिए, लेकिन यह सब कुछ कैमरे के सामने हो रहा था और मीडिया के कैमरे को देखते ही एडीएम ने जिद छोड़ दी। हालांकि, इतना जरूर कहा कि बिना वजह हंगामा किया जा रहा है क्योंकि बटन की व्हीप नहीं बजने से कोई फर्क नहीं पड़ता है। यह व्हीप तो चेतावनी देने वाला होता है कि आपका वोट पड़ गया है।
पटपड़गंज वार्ड 12 ई से मानवेंद्र चौहान स्वराज इंडिया पार्टी के प्रत्याशी हैं। दिन में करीब 11 बजे उन्होंने शिकायत की कि बूथ नंबर चार पर स्वराज इंडिया पार्टी का बटन दब ही नहीं रहा है। यहां वोट देने आए जय ¨सह और शकुंतला ने बताया कि उन्होंने स्वराज इंडिया पार्टी को वोट देने के लिए बटन कई बार दबाया, लेकिन व्हीप की आवाज ही नहीं आई। कई बार बटन दबाते रहे, फिर भी कुछ नहीं हुआ। उन्होंने जब शिकायत की तो बूथ में बैठे अधिकारियों ने कहा कि कोई और बटन दबा कर देख लो। उन्होंने कहा कि कोई और बटन दबाते तो किसी अन्य पार्टी को वोट चला जाता। इसी तरह की स्थिति कई और लोगों के साथ हुई।
इस मामले की शिकायत पार्टी प्रत्याशी मानवेंद्र के पास पहुंची, उन्होंने जिला चुनाव अधिकारियों से शिकायत की लेकिन कोई भी लिखित शिकायत लेने को तैयार नहीं हुआ। बाद में मीडियाकर्मियों ने एडीएम रजनीश कुमार ¨सह को जानकारी दी। इसी बीच स्वराज इंडिया पार्टी के मुख्य प्रवक्ता अनुपम भी पहुंच गए। कुछ देर बाद जब एडीएम मौके पर पहुंचे तो उन्होंने लिखित शिकायत ली। अंदर जाकर उन्होंने मामले की जांच की। थोड़ी देर बाद जब वह मतदान केंद्र से बाहर आए तो उन्होंने शिकायत को झूठा करार दिया। इसी बात को लेकर अनुपम सहित पार्टी के कार्यकर्ताओं की एडीएम से बहस हो गई। इसी बीच एडीएम ने अनुपम सहित अन्य कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करने के आदेश दिए। उनके आदेश का पालन करते हुए पुलिसकर्मी सबको हिरासत में लेने के लिए आगे बढ़े तो उन लोगों ने विरोध करना शुरू कर दिया, जिससे उनके बीच झड़प भी हो गई। इसी बीच मीडिया कर्मियों ने एडीएम से पूछताछ करनी शुरू कर दी, जिससे उन्होंने अपना आदेश वापस ले लिया।
साथ ही कहा कि मतदान बूथों पर विभिन्न पार्टियों के पो¨लग एजेंट बैठे होते हैं। यदि एक व्यक्ति का वोट नहीं डलेगा तो दूसरा व्यक्ति भी वोट डाल ही नहीं सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि स्वराज इंडिया पार्टी ने अपना पो¨लग एजेंट अंदर बैठाया ही नहीं था और प्रत्याशी के पास भी परिचय पत्र नहीं था। तुरंत आवेदन करने पर भी परिचय पत्र और पो¨लग एजेंट को अंदर बिठाने की व्यवस्था हो जाती है, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसके बाद स्वराज इंडिया पार्टी के नेताओं ने मामले की शिकायत चुनाव आयोग से की है।