Move to Jagran APP

सड़क की बदहाली का प्रत्याशियों से जवाब मांग रही जनता

गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली : धूल के उड़ते गुबार और सड़क पर जमी धूल की मोटी परत को देखकर ऐसा लग

By JagranEdited By: Published: Mon, 17 Apr 2017 10:36 PM (IST)Updated: Mon, 17 Apr 2017 10:36 PM (IST)
सड़क की बदहाली का प्रत्याशियों से जवाब मांग रही जनता
सड़क की बदहाली का प्रत्याशियों से जवाब मांग रही जनता

गौतम कुमार मिश्रा, पश्चिमी दिल्ली : धूल के उड़ते गुबार और सड़क पर जमी धूल की मोटी परत को देखकर ऐसा लगता है कि मानो कई महीनों से सड़क की सफाई नहीं हुई है। प्रत्याशियों के समर्थन की अपील के लिए गली-गली घूम रहे वाहन जब अपने पीछे धूल का गुबार उड़ाते आगे बढ़ते हैं तो परेशान जनता प्रत्याशी से हिसाब किताब करने को तैयार नजर आती है। इस बार सड़क की बदहाली और जमा धूल की मोटी परत जनता की निगाह में बड़ा मुद्दा है, जिसका जवाब प्रत्याशियों से मांगा जा रहा है।

loksabha election banner

चाहे मुख्य सड़क की बात करें या कम चौड़ी सड़क की, रोजाना सड़कों की सफाई क्षेत्र के लोगों के लिए सपने की तरह है। सफाई कर्मचारी कभी कभार जब आते भी हैं तो खानापूर्ति करके चलते बनते हैं। वे सफाई के बाद जमा धूल और गंदगी को सड़क किनारे छोड़कर चलते बनते हैं। जगह-जगह जमा धूल की परत फिर से हवा या तेज वाहनों के कारण सड़क पर फैल जाती है। जिन सड़कों की खोदाई हो चुकी होती है वहां तो ये कर्मचारी जाते ही नहीं हैं। कई लोग मजबूरी में अपने घर या दुकान के सामने सड़क पर पानी का छिड़काव कर धूल की समस्या का समाधान करने की कोशिश करते हैं, लेकिन इस प्रयास की भी एक सीमा है। इलाके के लोग वोट मांगने आने वाले प्रत्याशियों के सामने इस मुद्दे पर अपनी बात रख रहे हैं।

--------

सफाई के वक्त भी मानकों का नहीं होता पालन

नियम के अनुसार सड़क की सफाई से पहले वहां पानी का छिड़काव होना चाहिए ताकि हवा में धूल न उड़े, लेकिन इस नियम का पालन कहीं नहीं होता है। यहां तक कि जहां भवन निर्माण सामग्री के ढेर लगे होते हैं, वहां भी इस नियम की अनदेखी होती है। कहीं भी रेत या मिट्टी को ढककर नहीं रखा जाता है।

-----------

हस्तसाल ए-1 कॉलोनी से गुजरने वाली मुख्य सड़क पर करीब तीन महीने पूर्व जल बोर्ड की ओर से खोदाई की गई थी। खोदाई के बाद उस सड़क को उसके हाल पर छोड़ दिया गया। सुबह-शाम या फिर देर रात वाहनों की बात तो छोड़ दीजिए पैदल चलने पर भी धूल उड़ने लगती है। इस बार निगम चुनाव में जो भी प्रत्याशी वोट मांगने आ रहा है, उससे इस धूल की समस्या के समाधान के बावत राय जान रहा हूं ताकि उपयुक्त प्रत्याशी को वोट दे सकूं।

प्रणव

द्वारका मोड़ से नंगली डेयरी के किनारे भवन निर्माण सामग्री की कई दुकानें हैं। इस हिस्से में धूल की समस्या सबसे अधिक है। हवा चलने पर एक तो रेत का ढेर और दूसरी ओर सड़क पर जमा गंदगी के कारण धूल की समस्या इस हिस्से में काफी है। इस समस्या का जो समाधान करेगा, मेरा वोट उसी को जाएगा।

बादल


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.