परिजनों की लापरवाही बच्चों की जान पर पड़ रही है भारी
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : सुल्तानपुरी इलाके में खड़ी कार में आग लगने से उसके अंदर खेल रही दो बच
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : सुल्तानपुरी इलाके में खड़ी कार में आग लगने से उसके अंदर खेल रही दो बच्चियों की मौत की जांच अभी जारी है। खड़ी कार में आग लगने के कारण की जानकारी के लिए पुलिस भले ही फॉरेंसिक टीम की जांच रिपोर्ट के इंतजार में है, लेकिन यह साफ है कि यह घटना कहीं न कहीं लापरवाही का परिणाम है।
यांत्रिक मशीनों के कारण बच्चों की मौत की यह पहली घटना नहीं है। इस घटना से पूर्व भी 25 फरवरी को रोहिणी के अवंतिका में वा¨शग मशीन में डूबने से जुड़वा बच्चों की मौत हो गई थी। इस घटना के समय बच्चों की मां मशीन में पानी डालने के बाद वा¨शग पावडर लाने के लिए घर के पास स्थित दुकान पर गई थी। दोनों बच्चे खेलते खेलते मशीन के पास पहुंच गए और अंदर झांकने के क्रम में उसमें गिर पड़े थे। जिससे दम घुटने के कारण दोनों की मौत हो गई थी। यह घटना भी लापरवाही की एक मिसाल है।
लगातार हो रही ऐसी घटनाओं को लेकर विशेषज्ञ भी माता पिता को बच्चों को यांत्रिक मशीनों से दूर रखने की सलाह दे रहे हैं। बच्चों के व्यवहारों पर अध्ययनरत प्रोफेसर रमेश दुबे कहते हैं कि बच्चों के स्वभाव में उत्सुकता होती है। वह कहते हैं कि अक्सर देखा जाता है कि परिवार का कोई सदस्य दुपहिया या चार पहिया वाहन को लेकर घर से निकलते हैं या फिर वापस आते हैं तो बच्चे वाहन की आवाज सुनते ही उनके पास पहुंच जाते हैं। ऐसी स्थिति में कई बार परिजन बच्चों की जिद के कारण वाहन में बिठा लेते हैं। बाद में बच्चे वाहन के अंदर या आसपास ही खेलते रह जाते हैं। लेकिन हमें ऐसी स्थिति में खास सावधानी बरतनी चाहिए और बच्चों को वहां से हटा देना चाहिए। घर के अंदर टीवी, फ्रीज, वा¨शग मशीन आदि से भी बच्चों को दूर रखना चाहिए। सावधानी ही ऐसी घटनाओं का बचाव है।