प्रोफेसर के घर से किशोरी को मुक्त कराया
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली: मंडावली इलाके से रविवार को गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ने एक किशोरी क
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली:
मंडावली इलाके से रविवार को गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) ने एक किशोरी को मुक्त कराया। किशोरी इलाके के डी ब्लॉक में एक प्रोफेसर के घर में घरेलू सहायिका के तौर पर वर्ष 2007 से काम कर रही थी। पुलिस ने बताया कि किशोरी का बयान ले लिया गया है। उसे सोमवार को चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष पेश किया जाएगा। सीडब्लूसी के आदेश पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हमारा परिवार वूमेन चाइल्ड एंड सीनियर सिटीजन एसोसिएशन से जुड़ीं आशा जिंदल ने बताया कि किशोरी बिहार के कटिहार की रहने वाली है। एनजीओ को गुप्त सूचना मिली थी कि उससे जबरन काम लिया जा रहा है। टीम ने उसकी मां से संपर्क साधा तो पता चला कि छोटी उम्र में ही 2007 में प्रोफेसर का परिवार उसे बिहार से यहां लेकर आया था। इसके बदले परिवार को हर महीने मात्र पांच सौ रुपये दिये जा रहे थे। एनजीओ की टीम जब पुलिस के साथ मौके पर पहुंची तो उन्हें किशोरी रोती हुई मिली। किशोरी ने उन्हें बताया कि उससे जबरन कार्य करवाया जा रहा था, जिसके बाद किशोरी को मंडावली थाने लाया गया। पुलिस ने फिलहाल उसे संस्कार आश्रम में भेज दिया है।