वार्षिकोत्सव में बच्चों ने दिया बेटी बचाओ का संदेश
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : बेटा और बेटी में फर्क करने के बजाय इनकी परवरिश बिना किसी भेदभाव के
जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली : बेटा और बेटी में फर्क करने के बजाय इनकी परवरिश बिना किसी भेदभाव के होनी चाहिए। आज बेटियां हर क्षेत्र में सफलता का परचम लहरा रही हैं। कल्पना चावला, किरण बेदी, बछेंद्री पाल, सुष्मिता सेन, मदर टेरेसा सहित अनेक महिला शख्सियत ने देश का नाम रोशन किया। दिल्ली छावनी स्थित राधाकृष्णन सभागार में विकासपुरी स्थित केंद्रीय विद्यालय के वार्षिकोत्सव पर आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम बेटी बचाओ के संदेश पर आधारित था। छात्र छात्राओं ने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से समाज को बेटी बचाओ का संदेश देने में कोई कसर नहीं छोड़ी। सभागार में उपस्थित दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से बच्चों की हौसला अफजाई की।
करीब तीन घंटे तक चले समारोह की शुरुआत सरस्वती वंदना से हुई। इसके बाद मां शक्ति के विभिन्न रूप पर केंद्रित नृत्य नाटिका देवी स्तुति की प्रस्तुति की। इसके बाद विद्यालय की प्राचार्य मीना कुलश्रेष्ठ ने अपने संबोधन में कहा कि इस विद्यालय के विद्यार्थियों ने न सिर्फ अध्ययन अध्यापन में बल्कि इससे इतर अन्य क्रियाकलापों में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। कई विद्यार्थियों को राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर पुरस्कृत किया गया। इस प्रदर्शन में बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों का भी योगदान है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीएसआइआर के मुख्य वैज्ञानिक डॉ. विजय नारायण ओझा व विशिष्ठ अतिथि केंद्रीय विद्यालय संगठन दिल्ली संभाग की उपायुक्त संतोष मिर्धा ने प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया। सम्मान कार्यक्रम के बाद भारतीय व पाश्चात्य संगीत के फ्यूजन पर आधारित सामूहिक गान की प्रस्तुति की गई। कार्यक्रम का समापन नारी सशक्तिकरण पर आधारित नृत्य नाटिका की प्रस्तुति से हुआ, जिसमें उन महिलाओं के बारे में बताया गया जिनकी उपलब्धियों से पूरा देश गौरवान्वित महसूस करता है। इस अवसर पर सुमन ओझा, पूनम सलूजा, डी कौर सहित विद्यालय के अनेक शिक्षक शिक्षिकाएं मौजूद थीं।