बिजली आपूर्ति रोकने से ग्रिड को खतरा
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) ने 1300 करोड़ रुपये बकाया नहीं चुकाने
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) ने 1300 करोड़ रुपये बकाया नहीं चुकाने पर दिल्ली के लगभग 70 फीसद क्षेत्र में बिजली वितरण करने वाली बिजली वितरण कंपनी (डिस्कॉम) बीएसईएस को 10 मई से बिजली आपूर्ति बंद करने की चेतावनी दी है। लेकिन दिल्ली में बिजली परिचालन को नियंत्रित करने वाला स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर (एसएलडीसी) इसके पक्ष में नहीं है। एसएलडीसी ने शुक्रवार को एनटीपीसी को पत्र लिखकर कहा है कि बिजली आपूर्ति रोकने पर ग्रिड फेल होने का खतरा है, जिससे दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई राज्यों में बिजली आपूर्ति बाधित हो जाएगी।
एनटीपीसी से बीएसईएस राजधानी पावर लिमिटेड (बीआरपीएल) को 1349 मेगावाट तथा बीएसईएस यमुना पावर लिमिटेड (बीवाईपीएल) को 678 मेगावाट बिजली मिलती है। यदि यह बिजली मिलनी बंद हो जाए तो पूर्वी दिल्ली, मध्य दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली के लगभग 37 लाख उपभोक्ताओं को काफी परेशानी उठानी पड़ेगी।
एसएलडीसी को कहना है कि बीआरपीएल को 65 फीसद बिजली एनटीपीसी से मिलती है। यदि यह बिजली नहीं मिली तो लोड बरकरार रहेगा, लेकिन आपूर्ति नहीं होगी। इससे ग्रिड का संतुलन बिगड़ जाएगा और इससे दूसरे डिस्कॉम के वितरण क्षेत्र में भी आपूर्ति प्रभावित होगी। सुप्रीम कोर्ट, हाई कोर्ट, संसद सहित नगर पालिका परिषद के अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर भी बिजली आपूर्ति ठप हो सकती है। एनटीपीसी के इस कदम से ग्रिड की फ्रिक्वेंसी पर असर पड़ेगा, जिससे ग्रिड के फेल होने का खतरा बढ़ जाएगा। बिजली की लाइनों पर भी लोड बढ़ेगा, जिससे उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर सहित अन्य राज्यों में भी बिजली आपूर्ति बाधित हो जाएगी। इन परेशानियों को ध्यान में रखते हुए एनटीपीसी को बिजली आपूर्ति रोकने की इजाजत नहीं दी जा सकती है।