ग्रामीणों ने की मुख्यमंत्री से अवैध रेत खनन की शिकायत
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : वजीराबाद गांव के ग्रामीणों ने क्षेत्र में अवैध रूप से रेत खनन और व ज
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : वजीराबाद गांव के ग्रामीणों ने क्षेत्र में अवैध रूप से रेत खनन और व जलदोहन के मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कर सूचना दी है और अवैध खनन को तत्काल रोके जाने का निवेदन किया है। सामाजिक कार्यकर्ता सुशील चौधरी व क्षेत्र के लोगों ने इस मामले में दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारी पर मिलीभगत का आरोप लगाया है।
ग्रामीणों के अनुसार स्थानीय रामा पब्लिक स्कूल के समीप कृषि योग्य भूमि से धड़ल्ले से रेत निकाली जा रही है और उस स्थान को मलबा-कंक्रीट से भर दिया गया है। इस बारे में सिविल लाइन क्षेत्र के एसडीएम और अन्य संबंधित अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई, जिसके बाद मुख्यमंत्री को पत्र लिखा गया है। सुशील चौधरी ने बताया कि देश में एक तरफ पानी के लिए हाहाकार मचा है। वहीं दूसरी ओर इस प्रकार के अवैध कार्यों से जल संरक्षण के अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इस प्रक्रिया में रेत निकालने के चक्कर में हजारों टन पानी नाली में बहाया जा रहा है। पत्र में इन बातों का जिक्र भी किया गया है कि प्रत्येक दिन रात के वक्त यहां बड़ी-बड़ी मशीनों की मदद से रेत निकाली जा रही है, जिसे बड़े-बड़े ट्रकों में ले जाकर करोड़ों में बेचा जा रहा है। यहां पहले भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं। भूजल-स्तर के लगातार कम होने में ऐसी गतिविधियों का बड़ा हाथ है, लेकिन प्रशासन इससे बेखबर है। यदि ऐसी ही स्थिति रही तो वह दिन दूर नहीं जब क्षेत्र में पानी के लिए हाहाकार मचेगा। पत्र में निवेदन किया गया है कि इस मामले में केंद्र सरकार की ओर से उच्च स्तरीय कमेटी की मदद से इसकी जांच की जाए।