Move to Jagran APP

राष्ट्रवाद के संघर्ष में भाजपा की अहम भूमिका : अमित शाह

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि भाजपा राष्ट्र विकास की साधक

By Edited By: Published: Wed, 06 Apr 2016 07:42 PM (IST)Updated: Wed, 06 Apr 2016 07:42 PM (IST)
राष्ट्रवाद के संघर्ष में भाजपा की अहम भूमिका : अमित शाह

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि भाजपा राष्ट्र विकास की साधक है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने गोवा आदोलन, कच्छ आदोलन, असम आदोलन, रामजन्म भूमि आदोलन से लेकर श्रीनगर के लाल चौक पर तिरंगा फहराने से लेकर राष्ट्रवाद के हर संघर्ष में अग्रणीय भूमिका निभाई है। कार्यकर्ताओं और नेतृत्व के संघर्ष का परिणाम है कि 11 कार्यकर्ताओं द्वारा स्थापित जनसंघ आज 11 करोड़ सदस्यों वाली भाजपा विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनकर उभरी है। वह भाजपा के स्थापना दिवस पर दिल्ली प्रदेश भाजपा की ओर से मावलंकर हॉल में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

loksabha election banner

उन्होंने कहा कि जनसंघ और भाजपा की यात्रा तीन चरणों में विभाजित है। 1951 से 1974 तक हमारी राजनीतिक यात्रा राष्ट्रवाद सोच के विकास और 1975 से 1980 का काल लोकतंत्र पर काग्रेस के कुठाराघात व अभिव्यक्ति की आजादी पर सरकारी दमन के विरुद्ध संघर्ष कर लोकतंत्र की मजबूती के लिए समर्पित थी। वहीं, 1980 में जनता पार्टी की स्थापना से आज तक भाजपा के कार्यकर्ता लोकतंत्र के प्रहरी और राष्ट्र विकास के साधक बनकर काम कर रहे हैं।

शाह ने कहा कि भाजपा को अगली पीढ़ी की पार्टी के रूप में स्थापित करना होगा। कार्यकर्ताओं को पंडित दीनदयाल उपाध्याय के अन्त्योदय के लक्ष्य को समर्पित मोदी सरकार की उपलब्धियों को जन-जन के बीच ले जाना होगा और जनता की आकाक्षाओं और शिकायतों को पार्टी तक पहुंचाना होगा। उन्होंने कार्यकर्ताओं को नमामि गंगे, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और सभी के लिए शौचालय जैसी योजनाओं के लिए कार्य करने का संकल्प दिलाया।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सतीश उपाध्याय ने कहा कि अमित शाह ने पार्टी विस्तार की नई सोच के साथ काम करते हुए भाजपा को विश्व की सबसे बड़ी राजनीतिक शक्ति के रूप में स्थापित किया है। प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू ने कहा कि राष्ट्रवाद पर किसी भी प्रकार की चोट भाजपा कार्यकर्ताओं के हृदय को द्रवित करती है। प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा ने कहा कि दिल्ली का जो विकास आज हम देखते हैं, उसकी नींव 1970 के दशक के प्रारंभ में दिल्ली में चुनी गई तत्कालीन महानगर परिषद् में रखी गई थी।

शाह ने प्रदेश के वरिष्ठ कार्यकर्ता इंदिरा पसरीचा, मास्टर हरिकिशन सोलंकी, प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा, लाल बिहारी तिवारी, महेश चन्द्र शर्मा, स्वरूप चंद राजन एवं महेन्द्रपाल चावला को सम्मानित किया। चलने में असमर्थ मास्टर हरिकिशन सोलंकी को सम्मानित करने के लिए शाह मंच से उतरकर उनके पास गए। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सचिव आरपी सिंह, सासद महेश गिरी, रमेश बिधूड़ी, प्रवेश वर्मा, डॉ. उदित राज, व मीनाक्षी लेखी, प्रदेश महामंत्री संगठन सिद्धार्थन, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मागे राम गर्ग व विजेन्द्र गुप्ता, विधायक ओम प्रकाश शर्मा व जगदीश प्रधान, महापौर सुभाष आर्य व हर्ष मल्होत्रा सहित अन्य नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.