बिसाहड़ा कांड: 100 युवाओं के भविष्य पर परीक्षा की तलवार
प्रवीण ¨सह, ग्रेटर नोएडा : बिसाहड़ा गांव में 28 सितंबर की रात हुई इकलाख की मौत के मामले में दस नामजद
प्रवीण ¨सह, ग्रेटर नोएडा : बिसाहड़ा गांव में 28 सितंबर की रात हुई इकलाख की मौत के मामले में दस नामजद सहित 100 अज्ञात युवाओं पर एफआइआर दर्ज है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है। ऐसे में 100 युवाओं के भविष्य पर परीक्षा की तलवार लटक रही है। गांव से गायब युवा बीबीए, बीसीए, बीजेएमसी, बैचलर ऑफ लाइब्रेरी साइंस और फैशन डिजाय¨नग जैसे कोर्स के छात्र हैं। शहर के अलग-अलग कॉलेजों में पढ़ने वाले युवाओं की मिड टर्म परीक्षा 15 अक्टूबर से शुरू हो रही है। अनुपस्थिति कम होने की वजह से कॉलेज प्रबंधन युवाओं के घर नोटिस भी भेज रहे हैं, लेकिन युवाओं का कुछ पता नहीं है कि वह कहां हैं?
परीक्षा की तलवार लटकने से गायब युवाओं के परिजन भी बेहद परेशान हैं। वहीं गांव में भारी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी इस ओर भी इशारा कर रही है कि गायब युवा अब जल्दी लौटकर गांव नहीं आएंगे। हालांकि गायब युवाओं के परिजन ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उच्को बच्चों को हिरासत में ले रखा है, जबकि पुलिस ने इस बात से इन्कार किया है। पुलिस के मुताबिक इकलाख के परिजनों ने जिन युवाओं के खिलाफ अज्ञात में एफआइआर दर्ज कराई है, उनकी उम्र 18 से 25 के बीच है। पूछताछ में परिजनों ने बताया था कि 28 सितंबर को हमले वाली रात कोई भी ऐसा व्यक्ति घर के आस-पास नहीं था जो कि उम्रदराज हो। 18000 हजार की आबादी वाले गांव की सड़कों पर दो सप्ताह बाद भी सन्नाटा है। इक्का दुक्का युवा ही सड़क पर नजर आ रहे हैं। ऐसे में गायब युवाओं के मन में पढ़ाई के दौरान पुलिस का डर उनके लिए घातक बन सकता है। यदि छात्र तय समय पर परीक्षा देने में असफल रहते हैं तो उनपर इयर बैक का खतरा मंडराने लगेगा।
जिन अज्ञात युवाओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है, उनके खिलाफ पहले साक्ष्य जुटाने का प्रयास किया जा रहा है। बिना साक्ष्य किसी भी युवक को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। यदि गांव से गायब युवा बेकसूर हैं तो उन्हें पुलिस से घबराने की जरूरत नहीं है। निर्दोष युवाओं को पुलिस परेशान नहीं करेगी।
संजय ¨सह, एसपी देहात