नर्सिग होम की छत का हिस्सा गिरने से जख्मी मरीज की मौत
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : राजधानी के बड़े अस्पतालों में शुमार राममनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) के नर्
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : राजधानी के बड़े अस्पतालों में शुमार राममनोहर लोहिया अस्पताल (आरएमएल) के नर्सिग होम (प्राइवेट वार्ड) में लापरवाही की बड़ी घटना सामने आई है। नर्सिग होम में भर्ती 75 साल की एक बुजुर्ग महिला मरीज अबोध देवी के ऊपर छत का हिस्सा टूटकर गिरने से वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई। इस घटना के बाद उन्हें अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया। जहां मंगलवार को उनकी मौत हो गई। इस घटना से आहत अबोध देवी के बेटे और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव क्रांति प्रकाश ने मामले की शिकायत अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक से की है। साथ ही मंदिर मार्ग थाने में भी शिकायत दर्ज कराई है।
हालांकि, इस मामले पर अस्पताल प्रशासन कुछ बोलने को तैयार नहीं है। क्रांति प्रकाश ने कहा कि करीब दो सप्ताह से आरएमएल अस्पताल में उनकी मां का इलाज चल रहा था। पहले 14 अगस्त को उनके मस्तिष्क की सर्जरी की गई थी। उन्हें केंद्रीय राज्यमंत्री उपेंद्र कुशवाहा की सिफारिश पर अस्पताल में भर्ती किया गया था। मस्तिष्क की सर्जरी के बाद उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा था। लेकिन 28 अगस्त को दोबारा उन्हें नर्सिग होम के 44 नंबर कमरे में भर्ती कराया गया। 29 अगस्त की सुबह नर्सिग होम के कमरे की छत का एक हिस्सा टूटकर उनके सिर पर गिर पड़ा। इससे उनके सिर व आंख में गंभीर चोट गली। इसके बाद आननफानन में उन्हें अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया गया। चोट लगने के कारण उन्हें संक्रमण हो गया। जिसके चलते मंगलवार को उनकी मौत हो गई। बुधवार को उनके शव का पोस्टमार्टम होगा। इस घटना से एक बार फिर स्वास्थ्य सुविधाओं और सरकारी अस्पतालों की ढांचागत स्थिति पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सवाल यह है कि किसी जर्जर भवन में अस्पताल कैसे चल सकता है। जबकि उसमें नर्सिग होम है, जहां अपने खर्च पर मरीज इलाज कराते हैं। क्रांति प्रकाश ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।