सरिता विहार अंडरपास को लगी चोरों की नजर
अरविंद कुमार द्विवेदी, दक्षिणी दिल्ली सरिता विहार अंडरपास शुरू हुए अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है
अरविंद कुमार द्विवेदी, दक्षिणी दिल्ली
सरिता विहार अंडरपास शुरू हुए अभी एक साल भी पूरा नहीं हुआ है लेकिन इस पर चोरों की बुरी नजर पड़ गई है। चोरों ने कई बार अंडरपास की नालियों में लगी ग्रिल तक चुरा ली है। यहां तक कि चोरों ने अंडरपास की दीवारों में लगाई गई फाइबर की सजावटी जाली को भी निकाल लिया। डीडीए के एक अधिकारी ने सरिता विहार थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है।
सरिता विहार अंडरपास की दीवारों को खूबसूरत ग्लास री-इन्फोर्सड कंक्रीट (जीआरसी) की जाली से सजाया गया है। लेकिन यह सजावट चोरों को रास नहीं आ रही है। डीडीए अधिकारी के मुताबिक तीन दिन पहले अंडरपास की नोएडा से ओखला वाली लेन की दीवारों पर लगी जीआरसी की जाली को चोरों ने निकाल लिया। जाली निकालने के बाद जब वह उन्हें किसी काम की नहीं लगी तो वह उसे वहीं छोड़ गए। अधिकारी ने बताया कि चोरों ने यह सोचकर जाली को निकाला होगा कि इसमें से सरिया निकालकर वह इसे बेच सकेंगे। लेकिन जाली नीचे उतारकर इसे तोड़कर देखा तो उसमें सरिया नहीं था इसलिए वे इसे छोड़कर चले गए। अधिकारी ने बताया कि जीआरसी की जाली बनाने में सरिया का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। जीआरसी की कोई री-सेल वैल्यू भी नहीं होती है वर्ना चोर इसे छोड़कर नहीं जाते। यह जाली फाइबर, ग्लास व सीमेंट के मिश्रण से बनाई जाती है और काफी हल्की व मजबूत होती है। उन्होंने बताया कि दीवारों पर अनावश्यक वजन बढ़ाए बिना उन्हें सजाने का यह सबसे अच्छा तरीका है। उन्होंने बताया कि हेलमेट बनाने के लिए भी इस मिश्रण का इस्तेमाल किया जाता है। गौरतलब है कि इससे पहले चोर अंडरपास की नालियों में लगी लोहे की ग्रिल भी चुरा ले गए थे और पुलिस ने इसकी एफआइआर दर्ज करवाई थी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद, बदरपुर, जैतपुर आदि जगहों से दक्षिण दिल्ली के कालकाजी, ओखला, सीआर पार्क, ग्रेटर कैलाश, नेहरू प्लेस, हौज खास, आइआइटी आदि जगहों पर आने-जाने के लिए बड़ी संख्या में लोग अंडरपास का इस्तेमाल करते हैं।