तीन एसएचओ ने खून देकर बुजुर्ग महिला की बचाई जान
जागरण संवाददात, नई दिल्ली : पुलिसकर्मियों के साथ निर्मम व कड़वे अनुभव तो अक्सर सामने आते हैं, परन्
जागरण संवाददात, नई दिल्ली : पुलिसकर्मियों के साथ निर्मम व कड़वे अनुभव तो अक्सर सामने आते हैं, परन्तु रविवार को दिल्ली पुलिस का एक मानवीय रूप भी देखने को मिला। रोहिणी के प्रशांत विहार इलाके में अकेले रहने वाली 64 वर्षीय महिला को दिल्ली पुलिस के तीन एसएचओ ने खून देकर जान बचाई। बीएल कपूर अस्पताल के डॉक्टर के मुताबिक, अब बुजुर्ग महिला की हालत ठीक है।
मिली जानकारी के मुताबिक, प्रशांत विहार इलाके में स्थित थाने में एसएचओ संजय भारद्वाज तैनात हैं। वे इलाके में रूटीन विजिट के दौरान अकेले रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों का हाल-चाल जानने के लिए जाते हैं। रविवार दोपहर को वे रोहिणी सेक्टर-13 में स्थित एक बुजुर्ग महिला के घर पहुंचे। उस वक्त महिला की हालत खराब होने से बिस्तर पर पड़ी थी। पूछताछ के दौरान बुजुर्ग ने बताया कि उनका इलाज बीएल कपूर अस्पताल में चल रहा है। जीने के लिए निश्चित अंतराल पर खून बदलने की जरूरत होती है। अस्वस्थ होने के कारण खून बदलने के लिए अस्पताल नहीं जा पाई, जिसके चलते रविवार को हालत ज्यादा खराब हो गई।
इसके बाद एसएचओ संजय ने तुरंत ही केएन काटजू मार्ग थाने के एसएचओ राजीव भारद्वाज और कोतवाली थाने के एसएचओ प्रमोद गुप्ता को फोन करके मामले की जानकारी दी। फिर संजय ने बुजुर्ग महिला को अस्पताल ले जाकर भर्ती किया। इस बीच दोनों एसएचओ भी थाने पहुंच गए और महिला को खून देकर जान बचाई। वहीं अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि खून मिलने से महिला की हालत में सुधार हो रहा है। अभी एक से दो दिन अस्पताल में ही रखा जाएगा। वहीं इलाके के निवासी पुलिस के कार्यो की सराहना कर रहे हैं।