दुख की घड़ी में पीएम के साथ खड़े दिखे लोग
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'मन की बात' कार्यक्रम हर बार स
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'मन की बात' कार्यक्रम हर बार से कुछ अलग था। मन की बात का यह सातवां एपिसोड था। इसमें उन्होंने भूकंप से दहल चुके नेपाल के लोगों के साथ सहानुभूति जताते हुए कहा कि नेपाल में सहायता के लिए भारत से विशेष रूप से प्रशिक्षित लोगों की टीम भेजी गई है। पीएम के इस संबोधन से दिल्ली के लोगों ने भी सहमति जताई। लोगों ने कहा कि पीएम ने नेपाल व भारत में भूकंप से राहत व बचाव कार्यो के लिए जो तत्परता दिखाई, वह काबिले तारीफ है। लोगों ने कहा कि पीएम के इस कदम से भारत-नेपाल के लोगों में दोस्ती और मजबूत होगी।
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कोट-
पीएम का संबोधन काफी भावुक था। इससे भारत व नेपाल के लोगों में भी एकदूसरे के मददगार होने का साफ संदेश गया है। उनकी बातों से इस दुख की घड़ी में पीड़ित लोगों को भावनात्मक संबल व इस मुश्किल का सामना करने की शक्ति मिलेगी।
- प्रियंका तिवारी
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पीएम ने अपने संबोधन में संदेश दिया है कि पड़ोसी देश का दुख भी हमारा दुख है। इससे देश के लोगों ने महसूस किया कि वह दुख की घड़ी में लोगों के साथ हैं। इससे भारत व नेपाल के पीड़ित परिवारों को इस बात का एहसास हुआ है। दुख की घड़ी में वे अकेले नहीं हैं।
- सुभाषिनी कृष्णा
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यह एक अच्छी पहल है। पीएम ने सीधे तौर पर भूकंप पीड़ित परिवारों से संवाद किया है। पीएम ने संबोधन में इस आपदा के लिए दुख जताया है जो उनके सहृदय होने का प्रमाण है। उन्होंने मुसीबत के वक्त भारत व नेपाल के लोगों में बिना भेदभाव किए मदद व राहत सामग्री भेजी।
- योगेश श्रीवास्तव
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इस संवाद से भूकंप में मारे गए लोगों के परिजनों का कुछ साहस बढ़ेगा। उन्हें यह अहसास जरूर होगा कि वे दुख की घड़ी में अकेले नहीं हैं। दोनों देशों के लोगों के लिए यह सुखद बात है कि दुख के दौरान पीएम ने उनका साथ देने का वादा किया।
- शैलेष गुप्ता