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301 किलो वजन वाले व्यक्ति की हुई सर्जरी

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : शरीर का वजन 301 किलो। खाने में रोज दो चिकन और एक बकरे का पूरा मटन। इससे कम

By Edited By: Published: Sat, 28 Mar 2015 09:33 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2015 03:36 AM (IST)
301 किलो वजन वाले व्यक्ति की हुई सर्जरी

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : शरीर का वजन 301 किलो। खाने में रोज दो चिकन और एक बकरे का पूरा मटन। इससे कम हो तो इराक के नागरिक अली सद्दाम (43) का पेट नहीं भरता। अधिक खाने और मोटापे के कारण शरीर पर ऐसा असर हुआ कि उसे खुद से सांस लेना भी मुश्किल हो गया।

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दिल्ली के बीएलके सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल के डॉक्टरों ने इस सप्ताह उसकी मोटापा घटाने की सर्जरी की। खास बात यह कि उसका पेट इतना निकल गया था कि डॉक्टरों ने स्टूल पर खड़े होकर सर्जरी की।

डॉक्टर के अनुसार, उसकी सर्जरी करना मुश्किल काम था। क्योंकि अस्पताल के ऑपरेशन थियेटर (ओटी) में उसके वजन और शरीर के अनुसार चौड़ा टेबल नहीं था, जिस पर लिटाकर उसकी सर्जरी की जा सके। उसके मोटापे का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि ऑपरेशन के बाद छुट्टी मिलने पर दिल्ली में कोई होटल उसे अपने यहां रखने को तैयार नहीं था। कई होटलों में उसके लिए कमरा बुकिंग कराने की कोशिश की गई, लेकिन होटल संचालकों की चिंता यह थी कि कमरे में कुछ टूट जाएगा। इसके चलते ऑपरेशन के बाद भी उसे अस्पताल में ही रखना पड़ा।

डॉक्टर के मुताबिक, उसे नाश्ते में 24 अंडे, दोपहर खाने में दो चिकन के साथ 12 रोटियां और रात के खाने में एक बकरे का मटन, दो लीटर दूध व 15 खाबू (अरब के फ्लैट ब्रेड) रोज चाहिए था। इसके चलते चार वर्षो में उसका वजन तेजी से बढ़ा और तीन क्विंटल (301 किलोग्राम) पहुंच गया। इस वजह से वह अनियंत्रित मधुमेह व उच्च रक्तचाप (180/120) का मरीज बन गया। इसके अलावा खराटे की परेशानी हो गई और मशीन के सहारे सांस ले पाता था।

बैरियाट्रिक सर्जन डॉ. दीप गोयल ने कहा कि ऑपरेशन थियेटर में दो टेबल सटाकर लगाए गए। तब जाकर उसे लिटाया जा सका। इसके अलावा दो डॉक्टरों ने एक-एक फीट ऊंचे स्टूल पर चढ़कर दूरबीन (लैप्रोस्कोपी) के जरिए उसकी सर्जरी की। उन्होंने कहा कि उसके पेट के चारों ओर एक फीट चर्बी बन गई थी। इससे सर्जरी करना कठिन था।

विमान में तीन सीटें आरक्षित

सर्जरी के छह दिन बाद वह वापस अपने मुल्क रवाना होगा। उसे वापस लौटने के लिए विमान में एक तरफ की तीन सीटें आरक्षित करानी पड़ी। दिल्ली आते वक्त भी ऐसा करना पड़ा था। डॉक्टरों के अनुसार, एक साल में उसका वजन 151 किलोग्राम कम हो जाएगा और उसे मधुमेह की दवा नहीं लेनी पड़ेगी।


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