विज्ञापन को लेकर आक्रामक हुई आप
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : समाजसेवी अन्ना हजारे की फोटो पर माला लगे विज्ञापन पर भाजपा फंसती नजर आ रही
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : समाजसेवी अन्ना हजारे की फोटो पर माला लगे विज्ञापन पर भाजपा फंसती नजर आ रही है। शुक्रवार को इस मुद्दे पर दिन भर राजधानी का सियासी माहौल गरम रहा। गौरतलब है कि भाजपा की ओर से समाचार पत्रों में छपे विज्ञापन में अन्ना की तस्वीर पर माला चढ़ी हुई दिखाई गई है। आम आदमी पार्टी (आप) ने इस मसले को जनता के बीच ले जाने का फैसला किया है। पार्टी का साफ कहना है कि करोड़ों लोगों के दिल में बसे अन्ना हजारे को भाजपा ने अपने विज्ञापन में मार दिया है और उनकी फोटो पर माला पहना दी है।
आप नेता संजय सिंह ने शुक्रवार को पार्टी कार्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्य तिथि है और आज के ही दिन भाजपा ने समाजसेवी अन्ना हजारे की फोटो पर माला पहनाकर गांधीवाद के सबसे बड़े स्तंभ के बारे में अपनी नीयत साफ कर दी है। उन्होंने कहा कि इससे सिद्ध होता है कि अन्ना हजारे के लिए भाजपा नेताओं के दिलों में कोई सम्मान और प्यार नहीं है। संजय सिंह ने कहा कि हम भी राजनीति कर रहे हैं और राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप चलते रहते हैं। मगर अन्ना जैसे समाजसेवी को इसमें घसीटा जाना बेहद दुखद है। आप नेता ने कहा कि जनता इस अपमान का भाजपा से बदला लेगी। उन्होंने चुनाव आयोग से मांग की कि वह मामले का संज्ञान ले। इस मसले पर आप नेता आशुतोष ने कहा कि अन्ना ने दो दिन पहले ही केंद्र सरकार के खिलाफ आदोलन शुरू करने की बात कही है। इससे केंद्र की मोदी सरकार बौखला गई है और इस तरह की हरकत पर उतर आई है। इस मसले पर आप नेता कुमार विश्वास ने ट्विटर पर ट्वीट कर भाजपा के इस कृत्य की निंदा की है।
उधर, इस मसले पर भाजपा की ओर से केंद्रीय वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि विज्ञापन में कैरीकेचर के माध्यम से दिखाया गया है कि केजरीवाल की कथनी और करनी में कितना अंतर है और अपने स्वार्थ के लिए अन्ना हजारे जैसे व्यक्ति का भी इस्तेमाल करने से वह नहीं चूकते हैं।
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'अन्ना हजारे की फोटो पर माला वाले विज्ञापन के बारे में हमें मीडिया से ही जानकारी मिली है। किसी दल ने इस बारे में शिकायत नहीं की है बल्कि सीईओ कार्यालय ने स्वत: ही संज्ञान लिया है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय मामले की जांच करवाएगा तथा इसकी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेजी जाएगी।
रूपेश ठाकुर, विशेष मुख्य निर्वाचन अधिकारी