बचाव में उतरी पुलिस, पेश किया 27 मिनट का रिकॉर्ड
जागरण संवाददाता, दक्षिणी दिल्ली : दक्षिणपुरी में मंगलवार को दिनदहाड़े हुई युवक की हत्या के मामले में पुलिस महकमा अपने पुलिसकर्मियों के बचाव में उतर आया है। युवक राजू पांडेय पर हमले के वक्त वहां कुछ पुलिसकर्मियों की मौजूदगी की खबर के बाद पुलिस ने मीडिया को पीसीआर कॉल रिकॉर्ड की जानकारी जारी की है। इसके अनुसार पीसीआर कॉल मिलने के 27 मिनट के अंदर पुलिस ने युवक को एम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचाकर उसका एमएलसी तैयार करवा लिया था। हालांकि पुलिस अधिकारी इस बात का जवाब देने से बचते रहे कि आखिर मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने युवक को बचाने की कोशिश क्यों नहीं की। दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता राजन भगत ने इस पर कोई प्रतिक्रिया देने से इन्कार कर दिया।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि मंगलवार शाम 6.30 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में किसी ने फोन करके दक्षिणपुरी में युवक पर चाकुओं से हमला होने की जानकारी दी थी। कंट्रोल रूम से 6.33 बजे स्थानीय पीसीआर को सूचना दी गई। 6.35 बजे पर पीसीआर मौके पर पहुंची। युवक को ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया जहां 6.57 पर उसका एमएलसी यानी मेडिको लीगल सर्टिफिकेट तैयार कर लिया गया। पुलिस का यह भी कहना है कि घटना के वक्त मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी ने जिम्मेदारी से अपना काम किया। घटना के समय मौके पर मौजूद कांस्टेबल ने बताया कि उसने अधिकारियों के सामने सफाई दे दी है। राजू के घरवालों व प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि घटना शाम करीब साढ़े पांच बजे की है। उस समय वहां पुलिसकर्मी भी मौजूद थे, लेकिन उन्होंने युवक को बचाने की कोशिश नहीं की। राजू के पिता अंगद प्रसाद पांडेय ने आरोप लगया कि पुलिस महकमा पुलिसकर्मियों की लापरवाही को छिपाने की कोशिश कर रहा है।