ई-रिक्शा के परिचालन पर फिर उठे सवाल
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : हाल ही में केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जब दिल्ली में अवैध रूप से चल रहे ई-रिक्शा को वैध करने का ऐलान किया था, तब यह सवाल खड़ा हुआ था कि यदि इससे कोई हादसा होता है तो जिम्मेदार कौन होगा? त्रिलोकपुरी में हुए हादसे ने एक बार फिर इस सवाल को खड़ा कर दिया है। ई-रिक्शा की वजह से बुधवार को एक मां की गोद से छिटककर मासूम की मौत हो गई। ई-रिक्शा के जब्त होने के 24 घंटे बाद भी आरोपी पुलिस की पकड़ में नहीं आया है। जबकि आरोपी उसी इलाके का रहने वाला है। यही वजह है कि इनके परिचालन पर रोक लगाने की लगातार मांग उठती रही है। भाजपा दिल्ली परिवहन प्रकोष्ठ के संयोजक आनंद त्रिवेदी ने तो बकायदा गडकरी को पत्र लिखकर इन पर अंकुश लगाने की मांग की थी। इसमें उन्होंने ई-रिक्शा को मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत लाने, रजिस्ट्रेशन कराने और चार से अधिक सवारी नहीं बैठाने का सुझाव दिया था। इसके साथ ही उन्होंने उन जगहों पर इनका परिचालन बंद करने की मांग की थी, जहां रिक्शे और साइकिल चलते हैं।