मोदी के कूटनीतिक सुर
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भाजपा के प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की ओर से विदेश नीति को लेकर आए ताजा बयानों के बीच पाकिस्तान ने भी उत्साह दिखाया है। भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त ने कहा कि उनका मुल्क नई दिल्ली में एक स्थिर सरकार की अपेक्षा करता है जिसके साथ द्विपक्षीय रिश्तों पर समग्र और सार्थक बातचीत को आगे बढ़ाया जा सके।
बीते दिनों पाकिस्तानी उच्चायुक्त की भूमिका संभालने वाले राजनयिक अब्दुल बासित ने कहा कि पाक भारत के साथ वार्ता प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू करने के हक में है। उन्होंने माना कि बातचीत ही सभी लंबित मुद्दों के समाधान का कारगर तरीका है। पाक उच्चायुक्त ने मुंबई आतंकी हमले व सीमा पर हुई हिंसक घटना के बाद बातचीत रोकने के भारत के फैसले पर असहमति भी जताई। उनका कहना था कि कोई भी देश बातचीत को आगे बढ़ाकर दूसरे पर उपकार नहीं करता।
भारतीय महिला प्रेस क्लब में पत्रकारों से रूबरू हुए बासित ने कहा कि पाकिस्तान सरकार भारत के साथ रिश्तों में टकराव के बिंदुओं को दरकिनार कर सहयोग व आपसी भरोसे के पायदान तलाशना चाहती है।
चुनाव प्रचार के दौरान आए तल्ख बयानों और भाजपा नेताओं द्वारा मोदी विरोधियों को पाकिस्तान जाने की सलाह जैसी तीखी टिप्पणियों को भी बासित ने तूल देने से परहेज किया। उन्होंने कहा कि मैंने यह सारे बयान देखे हैं लेकिन सबसे उत्साहजनक टिप्पणी भाजपा के प्रधानमंत्री पद उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की ओर से बीती रात आई। बासित के मुताबिक, मोदी की ओर से हाल में आए बयानों में सकारात्मकता नजर आई है। हमें उम्मीद है कि इस नजरिये से रिश्तों को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी।
महत्वपूर्ण है कि मोदी ने साक्षात्कार के दौरान कहा था कि वे विदेश नीति में पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी के सिद्धांतों को आगे ले जाना चाहेंगे। वे एक-दूसरे के सम्मान के सिद्धांत में भरोसा रखते हैं और इसे अंतरराष्ट्रीय संबंधों में सहयोग का आधार मानते हैं।
बासित के मुताबिक, पाकिस्तान बेसब्री से भारत में नई सरकार बनने का इंतजार कर रहा है ताकि रिश्तों की गाड़ी को आगे बढ़ सके।
उल्लेखनीय है कि भारतीय चुनावों के मद्देनजर पाकिस्तान ने भारत को भेदभाव रहित बाजार व्यवस्था के तहत मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा देने के फैसले को भी रोक चुका है।