पांच लाख रुपये दोस्त को सौंप कर दी लूट की कॉल
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : बहन की शादी के लिए एक युवक को पैसों की सख्त जरूरत थी। उसने दोस्त के साथ मिलकर कंपनी के पांच लाख रुपये हजम करने की योजना बनाकर पुलिस को लूट की झूठी सूचना दी। लेकिन उसकी चालाकी उसी पर भारी पड़ गई। पुलिस ने लूट की झूठी शिकायत करने पर दोनों युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है।
उत्तरी जिले के डीसीपी सिंधु पिल्लई के मुताबिक आरोपियों के नाम अमित कुमार व अजय उर्फ सागर हैं। अमित मूल रूप से उत्तर प्रदेश के महामाया नगर व अजय गाजियाबाद के लोनी का रहने वाला है। बीते 22 अप्रैल को रोहिणी सेक्टर-11 निवासी राजेश कुमार ने कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। राजेश ने बताया था कि चांदनी चौक मार्केट में महालक्ष्मी मेटल स्क्रैप के नाम से उनकी कंपनी है। वहां सात महीने से अमित कुमार काम कर रहा है। वह क्लाइंट से पैसे कलेक्ट करता है। 22 अप्रैल को दोपहर तीन बजे उसने पहाड़गंज स्थित कल्याणी एल्यूमिनियम से पांच लाख रुपये कलेक्ट किए। पैसे लेकर वह स्कूटी से चांदनी चौक आ रहा था। शाम साढ़े चार बजे सैंट्रो कार सवार चार बदमाशों ने उसे लाल किले के पीछे रोका और पांच लाख रुपये, स्कूटी व मोबाइल लूट लिया। लूट की सूचना मिलने पर वह मौके पर पहुंचे। वहां उन्होंने लोगों से पूछताछ की, तो उन्हें अमित पर शक हुआ। इसके बाद उन्होंने मामला दर्ज कराया। थानाध्यक्ष प्रमोद गुप्ता, लालकिला के चौकी इंचार्ज एसआइ रमेश प्रसाद सिंह व एसआइ राजीव कुमार के नेतृत्व में एएसआइ योगेंद्र की टीम ने जब अमित से पूछताछ की तो उसने शुरू में गुमराह किया। सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सच्चाई उगल दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी अजय मोबाइल फोन की दुकान करता है। उनके पास से पांच लाख रुपये, स्कूटी व मोबाइल बरामद हो गए हैं।
ऐसे रची साजिश
पुलिस पूछताछ में अमित ने बताया कि जुलाई में उसकी बहन की शादी होनी है। उसे पैसों की जरूरत थी। इसलिए कुछ दिन पहले उसने अजय के साथ मिलकर साजिश रची थी। पहाड़गंज से पांच लाख रुपये कलेक्ट करने के बाद वह लालकिले केपीछे आया। वहां उसने अजय को पैसे, मोबाइल व स्कूटी सौंप दी। उसने अजय से कहा कि वह पैसा घर लेकर चला जाए और स्कूटी को सड़क किनारे कहीं छोड़ दे।