पेंशन को लेकर बुजुर्गो को लगाने पड़ रहे चक्कर
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली :
जिस उम्र में लोग आराम करने की सोचते हैं, उस उम्र में बुजुर्गो पेंशन को लेकर एक विभाग से दूसरे विभागों के चक्कर लगाने को मजबूर हैं। कई बार जनप्रतिनिधियों को भी अपनी समस्या बताई, लेकिन किसी ने भी उनकी सुध तक नहीं ली। ऐसे में बुजुर्गो और महिलाओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
विभागीय उदासीनता के कारण बुजुर्गो को पेंशन नहीं मिल पा रही है। ऐसे में सीमित और बंधे बंधाए खर्चे में भी जीवन-जीने के उनकी उम्मीदों पर पानी फिरता दिख रहा है। पेंशन न मिलने के कारण उन्हें दवा जैसी आवश्यक चीजों के लिए भी मोहताज होना पड़ रहा है।
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पहले मुझे मेरी पेंशन मिलती थी, लेकिन छह महीने से मुझे मेरी पेंशन नहीं मिल पा रही है। पेंशन की सुविधा रहने के बावजूद मैं मोहताज हो गई हूं। इसके कारण मुझे आवश्यक जरूरतों को पूरा करने के लिए लगातार जूझना पड़ रहा है।
कमला सब्बरवाल, पुराना गोविंदपुरा एक्सटेंशन
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मुझे पेंशन की सुविधा अब तक नहीं मिल पाई है। इसके लिए जनप्रतिनिधियों से लेकर संबंधित विभागों के कई दफा चक्कर लगा चुका हूं। जब भी मिलने जाता हूं, मुझे आश्वासन देकर चलता कर दिया जाता है।
खुर्शीद अहमद, बुलंद मस्जिद
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लगभग दो साल से मुझे मेरी पेंशन नहीं मिल पा रही है। इस बारे में लोग स्पष्ट जानकारी भी नहीं देते हैं। जनप्रतिनिधि भी गंभीरता नहीं दिखाते हैं, जिससे भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गुलजार अहमद, शास्त्री पार्क
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लगता है कि सरकार की नजरों में मैं पेशन के काबिल नहीं हूं। तभी कई साल बीत जाने के बाद भी मेरी पेंशन शुरू नहीं की जा सकी है। अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए जूझना पड़ रहा है। काई रास्ता नहीं दिख रहा है।
अब्दुल रहमान, शास्त्री पार्क।