BJP नेता पर जानलेवा हमले में आया मनोज व शेखर जाट का नाम!
एके-47 से हुई फायरिंग में घायल भाजपा नेता बृजपाल तेवतिया की हालत गंभीर बताई जा रही है। वहीं, हमले में बदमाश मनोज व शेखर जाट का नाम सामने आ रहा है।
गाजियाबाद (जेएनएन)। एके-47 से हुई फायरिंग में घायल भाजपा नेता बृजपाल तेवतिया की हालत गंभीर बताई जा रही है। बृजपाल के साथ छह अन्य लोग भी घायल हुए हैं। भाजपा नेता पर हुई हमले में बदमाश मनोज व शेखर जाट का नाम सामने आ रहा है। वहीं, एसएसपी ने बदमाश राकेश हसनपुरिया गिरोह पर भी शक जताया है। पुलिस ने वर्ष 2014 में राकेश हसनपुरिया को मुठभेड़ में मार गिराया था। हसनपुरिया के परिवार वालों को शक है कि बृजपाल तेवतिया ने पुलिस के लिए मुखबरी की थी।
यूं हुआ हमला
तेवतिया पर हमला उस वक्तक हुआ जब वह मुरादनगर के सुराना गांव में एक शोक सभा में शामिल होकर घर लौट रहे थे। देर शाम तकरीबन 7.45 बजे उनका काफिला ज्यों ही रावली रोड पर भारत नगर कॉलोनी के निकट पहुंचा, वहां पहले से ही खड़ी फारचुनर कार में सवार बदमाशों ने एके-47 से जबरदस्त फायरिंग शुरू कर दी। भाजपा नेता के सीने और पीठ में गोली लगी है। उनके साथ चल रहे इंदरपाल प्रधान व अंगरक्षक विपिन समेत सात लोगों को गोली लगी है। जानकारी के मुताबिक उनपर करीब 100 राउंड फायरिंग की गई। डाक्टरों के मुताबिक, उन्हें कई गोलियां लगी हैं।
गाजियाबाद में AK47 से फायरिंग, भाजपा नेता समेत 7 लोग घायल
'ईश्वर ही कृपा करेंं तो जान,बच सकती है'
बताया जा रहा है कि पूरा शरीर छलनी हुआ है। गाजियाबाद के सर्वोदय अस्पताल के एक सूत्र ने बताया की इतनी डीप इंजरी में भाजपा नेता और उनके गनर का बचना मुश्किल है। ईश्वर ही कृपा करेंं तो जान,बच सकती है।
राकेश हसनपुरिया गिरोह पर भी शक
एसएसपी ने बदमाश राकेश हसनपुरिया गिरोह पर भी शक जताया है। पुलिस ने हसनपुरिया पुलिस कांस्टेबल पत्नी सुनीता से भी पूछताछ कर रही है। एसएसपी के मुताबिक, वर्ष 2004 में यूपी एसटीएफ व कविनगर पुलिस ने राकेश हसनपुरिया को मुठभेड़ में मारा था। हसनपुरिया के परिवार वालों को शक था कि बृजपाल तेवतिया ने पुलिस के लिए मुखबरी की थी। पुलिस हर संभावित बिंदु पर जांच कर रही है।
मनोज व शेखर जाट भी घेरे में
एसएसपी ने इस हमले में कविनगर थाने के महरौली निवासी मनोज व रजापुर के शेखर जाट के शामिल होने की आशंका जताई है। ब्रजपाल तेवतिया 1996 में तिहरे हत्या कांड में आरोपी थे और इस मामले में जेल भी गए थे। इसमें सुरेश दिवान की हत्या हुई थी। पुलिस ने दो 9 एमएम की पिस्टल मौके से बरामद की है। फ़िलहाल मनोज और शेखर पर जांच केंद्रित है।
पश्चिम उत्तर प्रदेश के कई जिलों में हत्यारों की तलाश
पुलिस हत्यारों की तलाश में पूरी सरगर्मी से जुट गई है। हापुड़, मेरठ, सहारनपुर, ग़ाज़ियाबाद, मुजफ्फरनगर समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के तकरीबन सभी जिलों में बोर्डर सील करके बदमाशों की तलाश की जा रह ही।
केंद्रीय मंत्री ने किया प्रदेश सरकार पर हमला
बृहस्पतिवार रात तक केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा भी तेवतिया की जानकारी लेने के लिए अस्पेताल पहुंचेे हैं। यहां पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने प्रदेश सरकार को जमकर कोसा। उन्होंने कहा कि जहां अपराधी एके 47 जैसी बंदूकें लहराते निकल जाते हों, वहां कोई भी कैसे सुरक्षित रह सकता है।