ट्राई सीरीज : जो जीतेगा, वो फाइनल खेलेगा
खराब फॉर्म से जूझ रही भारतीय क्रिकेट टीम को अपनी गलतियों से सबक लेकर इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार को त्रिकोणीय वनडे क्रिकेट सीरीज के आखिरी लीग मुकाबले में सवश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। इस मैच को सेमीफाइनल मुकाबला भी कहा जा रहा है, क्योंकि यहां जीतने वाली टीम फाइनल में जगह
पर्थ। खराब फॉर्म से जूझ रही भारतीय क्रिकेट टीम को अपनी गलतियों से सबक लेकर इंग्लैंड के खिलाफ शुक्रवार को त्रिकोणीय वनडे क्रिकेट सीरीज के आखिरी लीग मुकाबले में सवश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। इस मैच को सेमीफाइनल मुकाबला भी कहा जा रहा है, क्योंकि यहां जीतने वाली टीम फाइनल में जगह बना पाएगी। यदि मैच टाई हो जाता है या फिर बारिश की वजह से मैच रद कर दिया जाता है तो फिर पिछले लीग मैच में भारत पर जीत दर्ज करने वाली इंग्लिश टीम को फाइनल का टिकट मिल जाएगा, जहां उसका मुकाबला टूर्नामेंट में अभी तक अजेय रही मेजबान ऑस्ट्रेलियाई टीम से होगा।
रोहित ने की नेट पर बल्लेबाजी :
लीग चरण में एक भी मैच नहीं जीत सकी भारतीय टीम पहले मैच में 267 रन बनाकर भी हार गई थी, जबकि इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे मैच में टीम 153 रन पर आउट हो गई। पहले मैच में 138 रन बनाने के बाद फिटनेस समस्याओं के कारण पिछले दो मैच नहीं खेल सके सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा यह मैच भी नहीं खेलेंगे। टीम प्रबंधन विश्व कप को ध्यान में रखकर उन्हें लेकर कोई जोखिम नहीं लेना चाहता। वाका पर बुधवार को फिटनेस टेस्ट से गुजरने के बाद रोहित ने कुछ देर नेट पर बल्लेबाजी की और सहज दिखे। इसके बावजूद वह चयन के लिए उपलब्ध नहीं हैं।
असहज नजर आ रहे बल्लेबाज :
अजिंक्य रहाणे का बल्लेबाजी क्रम अभी तक पक्का नहीं हो सका है, जबकि अंबाती रायुडू तीसरे नंबर पर सहज नहीं लग रहे। शिखर धवन की फॉर्म चिंता का विषय है जो तीन मैचों में कुल 11 रन ही बना सके हैं। इंग्लैंड में 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में पांच मैचों में 363 रन बनाने के साथ 'मैन ऑफ द टूर्नामेंटÓ खिताब जीतने वाले धवन उसके बाद से खराब फॉर्म में हैं। विराट कोहली भी चौथे नंबर पर बड़ी पारी नहीं खेल सके हैं।
गेंदबाजी विभाग भी पस्त :
भारत का गेंदबाजी विभाग भी पस्त नजर आ रहा है। इशांत शर्मा, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव और मुहम्मद शमी लय हासिल नहीं कर सके हैं, जबकि स्पिनर अक्षर पटेल और आर अश्विन को तेज पिचों से मदद नहीं मिल पा रही। भारत को गेंदबाजी हरफनमौला की जरूरत है और यदि स्टुअर्ट बिन्नी यह कमी पूरी कर पाते हैं तो इंग्लैंड के खिलाफ यह भारत के लिए मददगार साबित हो सकता है।
इंग्लैंड का पलड़ा भारी :
इंग्लैंड की टीम टूर्नामेंट में भारत से बेहतर साबित हुई है। ब्रिस्बेन में भारत के खिलाफ बोनस अंक के साथ जीत दर्ज करने वाली इंग्लिश टीम का पांच मैचों में तीन अंक लेकर पलड़ा भारी है, लेकिन वाका की पिच किसी भी टीम के लिए कड़ी परीक्षा होती है। ऐसे में भारत के पास विश्व कप से पहले जीत की राह पर लौटने का यह अच्छा मौका है।